Last Updated: Saturday, February 23, 2013, 20:46
ज़ी न्यूज ब्यूरोअहमदाबाद : गुजरात की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक अनोखे विचार के तहत सर पर मैला ढोने वालों को मंदिरों में पुजारी बनाने का फैसला किया है। एक अखबार की खबर के मुताबिक गुजरात सरकार ने यह फैसला लिया है कि सिर पर मैला ढोने वाले दलितों को हिंदू रीति-रिवाज के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वह मंदिर में पुजारी का दायित्व बखूबी निभा सकें।
सिर पर मैला ढोने वाले को गुजरात में सफाई कामदार कहा जाता है जिन्हें अब सोला भागवत पीठ और सोमनाथ संस्कृत विद्यापीठ में वैदिक रीति से पुजारी बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक इस सिलसिले में ठोस पहल करते हुए सामाजिक न्याय विभाग ने 2013-14 के बजट में 22.50 लाख रुपये की राशि निर्धारित की है।
गुजरात सरकार का मकसद यही है कि इस प्रकार दलित वर्ग के लोग इस हद तक सक्षम हो जाएं ताकि वह मंदिर में पूजा-पाठ कराने के साथ शादी भी संपन्न करा सके। सरकार के इस पहल को भरपूर समर्थन की उम्मीद मिलने की उम्मीद है क्योंकि नरेंद्र मोदी खुद ओबीसी से ताल्लुक रखते हैं।
First Published: Saturday, February 23, 2013, 10:19