Last Updated: Monday, February 25, 2013, 22:05

नई दिल्ली : छोटे छोटे मासूम बच्चों के मां-बाप को दिल्ली में नामी नर्सरी स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला दिलाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक सर्वेक्षण के मुताबिक, महंगाई के दौर में ऐसे मां-बाप से उनके बच्चों के दाखिले के लिए ‘चंदे में मोटी रकम’ मांगी जा रही है जो 3 लाख रुपये से लेकर 8 लाख रुपये तक है।
उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि नर्सरी और केजी के लिए शुल्क ढांचा दिल्ली विश्वविद्यालय और कई प्रबंधन संस्थानों के शुल्क ढांचे से भी महंगा है और अपने बच्चों को सर्वोत्तम गुणवत्ता की शिक्षा दिलाना इन मां.बाप के वश से बाहर होता प्रतीत हो रहा है।
सर्वेक्षण के मुताबिक, बच्चों के मां.बाप को एक बच्चे के दाखिले के लिए औसतन 3 लाख रुपये से लेकर 8 लाख रुपये तक का बजट रखना पड़ रहा है। एसोचैम ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में निजी प्राथमिक विद्यालयों में दाखिले के लिए आवेदन करने वाले अभिभावकों ने 2013 में इस मद में अपना न्यूनतम बजट बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दिया है जो 2010 में एक लाख रुपये था। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 25, 2013, 22:05