नसीमुद्दीन के खिलाफ CBI जांच की सिफारिश - Zee News हिंदी

नसीमुद्दीन के खिलाफ CBI जांच की सिफारिश



लखनऊ : उत्तर प्रदेश के चुनावी मौसम में मायावती सरकार को झटका देते हुए राज्य के लोकायुक्त ने बुधवार को सूबे के ताकतवर कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा उनकी पत्नी हुस्ना के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक सम्पत्ति रखने के मामले की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की।

 

लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा ने यहां बताया कि मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा उनकी विधान परिषद सदस्य पत्नी हुस्ना सिद्दीकी के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक सम्पत्ति हासिल करने के मामले में सीबीआई की शाखा प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने की सिफारिश की गई है।

 

उन्होंने बताया कि सिद्दीकी की सम्पत्ति की जांच में काले धन को सफेद करने (मनी लॉण्ड्रिंग) की बात साफतौर पर उजागर हुई है। इस मामले की जांच अपराध अन्वेषण एजेंसी ही कर सकती है। लोकायुक्त ने सीबीआई जांच की सिफारिश जगदीश नारायण शुक्ला नामक व्यक्ति की शिकायत पर जांच के बाद की है। शुक्ला ने एक दर्जन से ज्यादा विभागों के कैबिनेट मंत्री सिद्दीकी तथा उनकी पत्नी हुस्ना पर अकूत बेनामी सम्पत्ति हासिल करने का इल्जाम लगाया है।

 

उन्होंने कहा कि हुस्ना ने जो क्यू एफ एजूकेशनल सोसाइटी बनाई थी वह सिर्फ कागजों पर ही है। यहां तक कि जिन लोगों को इसका सदस्य दिखाया गया है वे भी इस सोसाइटी के बारे में कुछ नहीं जानते। न्यायमूर्ति मेहरोत्रा ने कहा ‘‘सोसाइटी की बैलेंसशीट में पूंजी तथा अन्य अनुदान के तौर पर तीन करोड़ 62 लाख रुपए से ज्यादा की धनराशि दिखाई गई है। जब आयकर विभाग ने इसकी जांच की तो प्राप्त सूची में सिर्फ एक करोड़ 82 लाख रुपए का जिक्र पाया गया।

 

उन्होंने कहा कि सोसाइटी के नाम पर बाराबंकी जिले के निदौरा गांव में 46 लाख रुपए में 57 . 18 बीघा जमीन खरीदी गई है जो इतनी भूमि के लिहाज से कम धनराशि है। लोकायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन के अनुमान के मुताबिक उस जमीन की कीमत 16 करोड़ 39 लाख रुपए से भी ज्यादा है।

 

उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी की पत्नी हुस्ना ने लखनउ के छावनी क्षेत्र में मीरा चौहान नामक महिला से 16 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में बना बंगला मात्र 50 लाख रुपए में खरीदा है। सर्किल रेट के हिसाब से बंगले के ढांचे की कीमत ही करीब एक करोड़ रुपये है। लोकायुक्त ने बताया कि जांच में यह भी पता लगा है कि सिद्दीकी के करीबी एक इंजीनियर के पत्नी उपमा सिंह ने बांदा में दो हेक्टेयर जमीन पांच लाख रुपए में खरीदी थी जिसे बाद में अकरमी बेगम तथा अर्शी सिद्दीकी के नाम पर साढ़े पांच लाख रुपए में अंतरित किया गया।

 

उन्होंने बताया कि उप रजिस्ट्रार के अनुमान के मुताबिक उस जमीन की कीमत तीन करोड़ 60 लाख रुपए है।
मेहरोत्रा ने कहा कि सिद्दीकी के बेटे अफजल सिद्दीकी ने ए. क्यू. फ्रोजेन फूट्र्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर मांस प्रसंस्करण फैक्ट्री लगाई है, जो 4.289 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली है। इसमें से 2.827 हेक्टेयर जमीन का तो बैनामा उपलब्ध है जबकि बाकी भूमि पर अवैध कब्जा है। उन्होंने कहा कि यह तथ्य आशीष दीक्षित नामक व्यक्ति द्वारा सिद्दीकी के खिलाफ दाखिल एक अन्य शिकायत की जांच में इस्तेमाल किया जाएगा।

(एजेंसी)

First Published: Wednesday, February 22, 2012, 18:53

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