Last Updated: Sunday, October 30, 2011, 10:42
पटना : सूर्य देवता की आराधना का चार दिवसीय महापर्व छठ रविवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। पटना के गंगा घाट सहित प्रदेश भर में विभिन्न नदियों के घाटों सहित तालाब और पोखर के घाट पर रविवार को व्रती अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पहुंचे तथा स्नान एवं पूजा अर्चना के साथ नहाय-खाय की रस्म पूरी की।
नहाय-खाय के दौरान व्रती पका हुआ चावल, चने की दाल, कद्दू की सब्जी तथा धनिया के पत्ते की चटनी का भोग लगाते हैं। सूर्य उपासना के इस पावन पर्व पर नहाय-खाय के अगले दिन, यानी सोमवार को व्रतियों द्वारा निर्जला उपवास रखकर ‘खरना’ किया जाएगा। खरना में दूध, अरवा चावल व गुड़ से बनी खीर, रोटी एवं फल का भोग लगाया जाता है।
खरना के बाद व्रतियों का 36 घंटों का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा, जो आगामी एक नवंबर की शाम को अस्ताचलगामी सूर्य और दो नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के बाद ‘पारण’ के साथ पूरा होगा।
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 31, 2011, 11:39