Last Updated: Saturday, September 21, 2013, 19:51
जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज गृह विभाग को तत्कालीन डेयरी एवं खान ग्रामाद्योग राज्य मंत्री बाबूलाल नागर के खिलाफ दुष्कर्म प्रकरण की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के निर्देश दिए है। इस वक्त यह जांच राजस्थान पुलिस की सीआईडी (अपराध शाखा) कर रही है।
सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। उन्होने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को तत्कालीन राज्य मंत्री बाबूलाल नागर के प्रकरण की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के निर्देश दे दिए हैं।’ इधर, पूर्व राज्यमंत्री बाबू लाल नागर के खिलाफ छेड़खानी और दुष्कर्म प्रकरण की जांच कर रही सीआईडी (अपराध शाखा) के जांच अधिकारी ने अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश कनिष्ठ खंड एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट, जयपुर के समक्ष आज पीडिता को पेश कर सीआरपीसी की धारा 164 के तहत पीड़िता के बयान दर्ज करवाये।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जांच अधिकारी ने पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर को शुक्रवार को नोटिस जारी कर शनिवार को मेडिकल मुआयना करवाने के लिए उपस्थित रहने का नोटिस जारी किया था। लेकिन जांच दल जब आज आरोपी के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर पहुंचा तो नागर के नहीं मिलने के कारण मेडिकल मुआयना नहीं हो सका। प्रवक्ता ने कहा कि जांच दल ने आज फिर से दुष्कर्म आरोपी बाबू लाल नागर को नोटिस जारी कर रविवार को अपने सरकारी आवास पर मेडिकल मुआयने के लिए मौजूद रहने के लिए कहा है।
जांच अधिकारी ने नागर के सरकारी मकान पर कार्यरत कर्मचारियों को बयान के लिए तलब किया है। जांच दल ने दुष्कर्म आरोप के कारण त्यागपत्र देने वाले राज्य मंत्री बाबूलाल नागर से शुक्रवार रात उनके मकान पर पूछताछ की। जांच दल ने नागर और उनके सरकारी आवास पर तैनात कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की।
गौरतलब है कि राजस्थान के तत्कालीन डेयरी एवं खादी ग्रामाद्योग राज्य मंत्री बाबू लाल नागर पर जयपुर की एक महिला से अपने सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर गत 11 सितम्बर को छेड़छाड़ करने तथा दुष्कर्म करने का आरोप है।
अदालत के आदेश पर पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद डेयरी एवं खादी ग्रामोद्योग राज्य मंत्री बाबूलाल नागर ने गुरुवार को इस्तीफा दिया था, जिसे राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सिफारिश पर शुक्रवार को स्वीकार कर लिया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 21, 2013, 19:51