नागालैंड व मेघालय में मतदान शनिवार को

नागालैंड व मेघालय में मतदान शनिवार को

कोहिमा/शिलांग : नागालैंड और मेघालय विधानसभा के लिए मतदान शनिवार को होगा। चुनाव संपन्न कराने के लए चुनाव अधिकारी और सुरक्षा बल शुक्रवार को अपनी-अपनी जगहों पर मुस्तैद दिखे। नागालैंड के चुनाव में अनसुलझी नागा समस्या और आर्थिक विकास सरीखे कुछ अमह मुद्दे हावी हैं। यहां नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री निफियु रियो एक दशक से सत्ता पर काबिज हैं।

पहाड़ी राज्य मेघालय में सभी राजनीतिक दलों ने इस बार राजनीतिक स्थायित्व का नारा लगाया है। यहां कांग्रेस सत्ता पर फिर से कब्जा करने का प्रयास करेगी। वर्ष 1972 में असम से पृथक राज्य बनने के बाद मेघालय अब तक 23 मुख्यमंत्रियों को देख चुका है। 60 सदस्यीय नागालैंड विधानसभा के लिए केवल दो महिलाओं सहित कुल 188 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। सत्तारूढ़ एनपीएफ ने सभी 60 सीटों और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 57 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार खड़ा किए हैं।

भाजपा 11 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) 15 सीटों पर चुनावी टक्कर देगी। दोनों दलों के पिछली विधानसभा में दो-दो सदस्य रह चुके हैं। एनपीएफ ने नागा समस्या का स्थायी व गौरवपूर्ण समाधान का वादा किया है। कांग्रेस भी देश की सबसे पुरानी उग्रवाद की समस्या का टिकाऊ हल चाहती है। नेशलिस्ट सोशलिस्ट कांउसिल ऑफ नागालैंड ने 1997 में केंद्र सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। गौरतलब है कि मेघालय को लगातार खंडित जनादेश मिलता रहा है।

यहां 122 निर्दलीय सहित कुल 345 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने प्रदेश के सभी 60 सीटों और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीपी) ने 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने बताया कि मुझे पूरा यकीन है कि लोग कांग्रेस को स्पष्ट जनादेश देंगे।

पिछली कांग्रेस नीत गठबंधन सरकार में यूडीपी एक अहम सहयोगी दल था। वह कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने को लेकर आश्वस्त है। त्रिपुरा के साथ इन दोनों राज्यों में मतों की गणना 28 फरवरी को होगी। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 22, 2013, 19:45

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