Last Updated: Thursday, July 26, 2012, 22:27

लखनऊ/नई दिल्लीं : वरिष्ठ मंत्री आजम खां की नाराजगी और एक तरह से मंत्री पद से हटा देने की चुनौती देने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मेरठ जिले का प्रभार पुन: सौंप दिया। उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने खां को पुन: मेरठ का प्रभारी मंत्री बनाने का निर्णय किया है। सूत्रों ने बताया कि इस आशय का निर्णय सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के हस्तक्षेप के बाद लिया गया।
उल्लेखनीय है कि मेरठ के प्रभारी मंत्री पद से हटाये जाने से खफा सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि अगर वे उन्हें मंत्री के रूप में अयोग्य मानते हैं तो उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद से हटा दें। सपा सूत्रों के अनुसार, ‘राज्य के नगर विकास मंत्री खां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगर वह उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिए। पार्टी सूत्रों ने बताया था कि मेरठ जिले का प्रभार वापस ले लिये जाने के बाद खां ने खुद को गाजियाबाद तथा मुजफ्फरनगर जिलों के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी से भी अलग कर लिया था।
मेरठ के प्रभारी के पद से हटाये जाने को अनुपयुक्त करार देते हुए खान ने दिल्ली में कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है लेकिन इस बात से इंकार किया कि उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि मैं ऐसा कुछ भी कैसे कह सकता हूं जो मैंने किया ही नहीं। मैं यहां सरकार को कमजोर करने के लिए नहीं हूं। वास्तव में जो इस तरह के संवाद को मीडिया में लीक कर रहे हैं, वहीं सरकार को कमजोर कर रहे हैं।’’ खां ने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा था कि वह इन दोनों जिलों का प्रभार किसी ऐसे मंत्री को दे दें जो उनसे ज्यादा काबिल हो।
गौरतलब है कि आजम खां से मेरठ का प्रभार लेकर पंचायती राज मंत्री बलराम यादव को सौंपा गया था, जबकि खां को मेरठ के बदले पीलीभीत के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बहरहाल, आज दिन में ही मुख्यमंत्री अखिलेश ने कानपुर में कहा था कि खां की नाराजगी की खबरें अखबारों ने बढ़ा-चढ़ा कर छापी हैं और सरकार के साथ उनकी कोई नाराजगी नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 26, 2012, 22:27