Last Updated: Sunday, August 18, 2013, 21:08

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्रा से जुड़े गुड़गांव के विवादित जमीन करार में अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने कहा है कि नैतिकता का तकाजा होता है कि शुरुआत ऊपर से हो और इसके लिए साहस और हिम्मत की जरूरत होती है।
एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में खेमका ने कहा,‘यदि आपको कार्रवाई करनी है, तो नैतिकता ऊपर से..एकदम ऊपर से शुरू होनी चाहिए। नीचे के लोगों पर कार्रवाई करना काफी आसान होता है, पर बात जब ऊंचे दर्जे की आती है तो धोखे को धोखा कहने के लिए साहस और हिम्मत की जरूरत होती है।’ खेमका से पूछा गया था कि क्या उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह जानते थे कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के दामाद को निशाना बना रहे हैं और इससे उनका करियर बन जाएगा।
पिछले साल अक्तूबर में वड्रा और रियल इस्टेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड के बीच हुए जमीन के दाखिल-खारिज से जुड़े करार को खेमका ने रद्द कर दिया था। हालांकि, खेमका ने स्वीकार किया कि सच्चाई का पता लगाने के लिए आपराधिक जांच की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 18, 2013, 21:08