Last Updated: Thursday, February 9, 2012, 10:25
चेन्नई: चेन्नई में नौवीं कक्षा के एक छात्र ने अपने खराब एकेडमिक रिकॉर्ड के बारे में अभिभावकों से शिकायत किए जाने पर गुरुवार को शिक्षिका की चाकू मारकर हत्या कर दी। घटना सेंट मैरीज एंग्लो-इंडियन स्कूल की है, जहां नौवीं के छात्र मोहम्मद इरफान ने हिन्दी व विज्ञान पढ़ाने वाली शिक्षिका उमा माहेश्वरी की चाकू मारकर हत्या कर दी।
दो बच्चों की मां माहेश्वरी ने शोर मचाया, लेकिन जब तक कोई उनकी मदद के लिए पहुंचता, उनका रक्त काफी बह चुका था। माहेश्वरी को तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्कूल के अधिकारियों ने शौचालय में छिपे इरफान को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घटना के बाद अन्य छात्रों के अभिभावक अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए स्कूल पहुंचे। स्कूल प्रशासन ने चार दिन के अवकाश की घोषणा की है।

घटना से हैरान स्कूल के प्रशासक फादर ए. बॉस्को ने संवाददाताओं से कहा कि छात्र शिक्षिका को मारने की पूरी तैयारी के साथ बैग में चाकू रखकर स्कूल आया था। पुलिस का कहना है कि इरफान इस बात को लेकर नाराज था कि माहेश्वरी ने उसके अभिभावकों से उसकी शिकायत कर दी थी। इसी का बदला लेते हुए उसने शिक्षिका की हत्या कर दी।
घटना पर हैरानी व्यक्त करते हुए श्रीमती सुंदरावल्ली मेमोरियल स्कूल की शिक्षा अधिकारी के. बी. श्रीविद्या ने कहा कि यह हैरान करने वाला है, लेकिन स्कूल शिक्षकों के प्रति अभिभावकों तथा मीडिया के रुख को देखते हुए यह अनपेक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि जब हम स्कूल में थे तो हमारे अभिभावक शिक्षकों का सम्मान करते थे और जब भी हमारी गलती बताई जाती थी या उसे ठीक करने की सलाह दी जाती थी तो वे नाराज नहीं होते थे। उस वक्त गलती करने पर छड़ी से छात्रों की पिटाई होती थी और कोई भी अभिभावक इसके खिलाफ शिकायत नहीं करते थे।" लेकिन आज छात्रों की पिटाई किए जाने पर शिक्षकों को थाने में घसीटा जाता है और मीडिया ऐसी खबरों को प्रमुखता से दिखाता है, जिससे छात्रों के हौसले बढ़ रहे हैं। श्रीविद्या ने आजकल छात्रों में अनुशासनहीनता के लिए स्कूलों में नैतिक शिक्षा के अभाव को भी एक कारण बताया।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 10, 2012, 11:19