Last Updated: Saturday, February 4, 2012, 15:24
कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार को उन इलाकों के लिए उर्दू को दूसरी भाषा का दर्जा दिया जहां आबादी का 10 फीसदी हिस्सा उर्दूभाषियों का है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बताया कि राज्य में पहली बार उर्दू को दूसरी भाषा के रूप में सरकारी मान्यता दी गई है।
निगम मंत्री फिहाद हकीम ने मंत्रिमंडल का आज के इस फैसले ने राज्य के उर्दूभाषी लोगों की लंबित मांग आज पूरी कर दी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद ममता बनर्जी ने जो वादा किया था, यह उसी दिशा में एक कदम है।
उन्होंने इस अवसर पर उर्दूभाषी लोगों को बधाई दी है और कहा है कि सरकार के इस फैसले से उन्हें लाभ मिलेगा। कोलकाता, आसनसोल, जमुरिया, चाम्पदानी, गोलतारा प्रथम एवं द्वितीय ब्लॉक, इस्लामपुर, तीतागढ़त तथा कमारहाटी समेत 18 इलाके 10 फीसदी उर्दूभाषी आबादी वाले क्षेत्र के रूप में चिह्नित किए गए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 4, 2012, 20:54