Last Updated: Tuesday, March 19, 2013, 16:22
चंडीगढ़ : पंजाब में विपक्षी कांग्रेस ने पिछले सप्ताह अपने नौ विधायकों के निलंबन का विरोध करते हुए मंगलवार को लगातार पांचवे दिन भी चालू सत्र का बाहिष्कार जारी रखा और विधानसभा परिसर के बाहर पार्किंग क्षेत्र में एक ‘छद्म सत्र’ का आयोजन किया।
उधर, सत्ता पक्ष इस बात पर अड़ा रहा कि कांग्रेसी सदस्यों को पिछले सप्ताह अध्यक्ष के खिलाफ किए गए अपने बर्ताव के लिए माफी मांगनी चाहिए जबकि विपक्षी सदस्यों ने अपने ‘छद्म सत्र’ में सत्ताधारी अकालियों की आलोचना की। विपक्ष की अनुपस्थिति में प्रश्नकाल सिर्फ दस मिनट तक ही चल सका। इसके बाद सदन में वित्तीय कामकाज निपटाया गया।
छद्म सत्र में कांग्रेस के अश्वनी सेखरी ने कहा कि कांग्रेस ने जो किया, वह सही था और किसी भी हालत में हम माफी नहीं मांगेंगे। कांग्रेस के इस छद्म सत्र में एक प्रस्ताव पारित करके मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से यह मांग की गई कि वे विपक्षी दल के सदस्यों को सदन से बाहर ‘निकालने ’ के लिए माफी मांगें।
मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए कांग्रेसी विधायकों ने बादल से वर्ष 1986 में सदन में हुए हंगामे के दौरान तत्कालीन अध्यक्ष सुरजीत सिंह मिन्हास की पगड़ी को कथित तौर पर उछालने के लिए भी माफी मांगने के लिए कहा। कांग्रेसी छद्म सत्र के अध्यक्ष जगमोहन सिंह कांग ने वर्ष 1986 में बादल की भूमिका की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की। जिसे कल तक यह रिपोर्ट देने के लिये कहा गया है कि बादल के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 19, 2013, 16:22