Last Updated: Sunday, March 10, 2013, 22:26

मुंबई : महाराष्ट्र में जल संकट को भयावह करार देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने लोगों से सहयोग करने और जल साझा करने की अपील की।
पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं महाराष्ट्र के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि भयानक जल संकट है। लिहाजा, जल का इस्तेमाल सोच समझकर करना चाहिए। एक समय लोगों को गांवों में पानी साझा करना होगा। इसलिए, धीरज रखते हुए लोगों को एक दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए।’’
राकांपा प्रमुख ने कहा कि 1972 में जल संग्रह एक बड़ा मुद्दा नहीं था, जब राज्य ने आजादी के सबसे भयानक सूखे का सामना किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘1972 में खाद्यान्न की जबर्दस्त कमी हो गयी थी। विदेशों से खाद्यान्न आयात करना पड़ा था। अब, हमारे पास पर्याप्त अनाज हैं। बहरहाल, इस समय पानी नहीं है। हम पानी कहीं से नहीं ला सकते।’’
पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित 1,163 गांवों में 2,136 पानी टैंकरों के जरिए जलापूर्ति की जा रही है। केंद्र की एक टीम ने सूखा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है और जल्द ही उन्हें रिपोर्ट दी जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 10, 2013, 22:26