Last Updated: Thursday, September 19, 2013, 14:58
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बस का किराया बढ़ाए जाने की मांग को लेकर बस परिचालकों की दो दिनों की हड़ताल के कारण गुरुवार को यहां यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
राज्य के सबसे बड़े बस परिचालक संगठनों में से एक ज्वाइंट कांउसिल ऑफ बस सिंडिकेट ने बस का किराया बढ़ाने की मांग करते हुए बुधवार को चेतावनी दी थी कि उनके संगठन की 38,000 बसों का परिचालन दो दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा।
परिवहन मंत्री मदन मित्रा ने बस परिचालकों को उनके फैसले के खिलाफ चेताया था कि उनके हड़ताल पर जाने की स्थिति में राज्य द्वारा अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। हड़ताल के पहले दिन गुरुवार को शहर में बंगाल बस सिंडिकेट की कुछ निजी बसें ही सड़कों पर नजर आईं और 50 लाख से ज्यादा यात्रियों को लंबी पंक्तियों में लगने जैसी परेशानियां उठानी पड़ीं।
वेस्ट बंगाल सर्फेस ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन एवं कलकत्ता राज्य परिवहन निगम की कुछ सरकारी बसों ने यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान लाने-ले जाने की जिम्मेदारी निभाई। बस परिचालक वर्तमान किराये से लागत की भरपाई न हो पाने का हवाला देते हुए नवंबर 2012 से ही बसों का किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 19, 2013, 14:58