पायलट के 'हाईजैक' बटन दबाने से तिरूवनंतपुरम एयरपोर्ट पर अफरातफरी

पायलट के 'हाईजैक' बटन दबाने से तिरूवनंतपुरम एयरपोर्ट पर अफरातफरी

पायलट के 'हाईजैक' बटन दबाने से तिरूवनंतपुरम एयरपोर्ट पर अफरातफरीतिरूवनंतपुरम: अबु धाबी से कोच्चि आ रहे एयरइंडिया के एक विमान के पायलट ने कॉकपिट में यात्रियों के हंगामा करने के बाद अपहरण का संकेत देने वाला बटन दबा दिया जिससे हवाईअड्डे पर अफरातफरी मच गई। यात्री विमान को तिरूवनंतपुरम की ओर मोड़े जाने का विरोध कर रहे थे ।

हवाईअड्डा के अधिकारियों ने बताया कि कोच्चि जाने के लिए चार घंटे से अधिक समय तक विमान में इंतजार करने के बाद नाराज यात्रियों ने कॉकपिट में घुस कर कथित तौर पर विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद पायलट ने अपहरण का संकेत देने वाला बटन दबा दिया।

अपहरण का संकेत देने वाला बटन दबाने के कुछ ही पल बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारियों ने हवाईअड्डे पर खड़े विमान को घेर लिया।

अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण विमान को तिरूवनंतपुरम की ओर मोड़ दिया गया। एयरलाइन के बार बार अनुरोध करने के बाद भी यात्रियों ने विमान से उतरने से मना कर दिया।

नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वैमानिकी नियामक डीजीसीए ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

प्रेमजीत नामक एक यात्री ने बताया कि यह विमान तड़के तीन बज कर करीब 30 मिनट पर कोच्चि में उतरने वाला था लेकिन हवाईअड्डे पर घने कोहरे के कारण वह सुबह छह बज कर तीस मिनट पर तिरूवनंतपुरम में उतरा। अबु धाबी से रवाना होने में भी विमान को विलंब हो गया था।

प्रेमजीत ने बताया कि यात्रियों को कोच्चि ले जाने के लिए कुछ नहीं किया गया और कहा गया कि ईंधन भरवाने के लिए विमान को तिरूवनंतपुरम में इंतजार करना होगा। उसने कहा ‘यात्री इंतजार करते रहे।’ सूत्रों ने बताया कि पुलिस द्वारा यात्रियों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की संभावना नहीं है और उसे लगता है कि मानवीय रूख अपनाना चाहिए।

सूत्रों के अनुसार, पुलिस को लगता है कि यात्री बहुत देर तक इंतजार करने की वजह से नाराज हा गए और सुरक्षा संबंधी कोई मुद्दा नहीं था।

उन्होंने कहा कि एक अन्य पायलट को विमान में भेजा गया और अपहरण जैसी कोई आपात स्थिति नहीं थी जैसा कि पूर्ववर्ती पायलट ने बटन दबाया।

नियमानुसार, पायलट आपात स्थितियों में तीन अलग अलग ट्रांसपोंडर कोड दबा सकता है। पहला कोड विमान संचालन में गैरकानूनी हस्तक्षेप की स्थिति में दबाया जाता है जिसका मतलब अपहरण होता है।

दूसरा कोड जमीन पर विमान और प्राधिकारियों के बीच संवाद संपर्क टूटने की स्थिति में दबाया जाता है। तीसरा कोड विमान में कोई आपात स्थिति होने पर दबाया जाता है। (एजेंसी)

First Published: Friday, October 19, 2012, 12:40

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