Last Updated: Saturday, April 28, 2012, 11:13
बठिंडा (पंजाब) : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को पंजाब के बठिंडा जिले में 21,500 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी का उद्घाटन किया। आजादी के बाद पंजाब में सबसे बड़ा निवेश मानी जा रही यह रिफाइनरी दक्षिण पश्चिम पंजाब के बठिंडा शहर के पास फुलोकरी गांव में है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और मित्तल एनर्जी इंवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एमईएल), सिंगापुर का संयुक्त उपक्रम, यह परियोजना हाल ही में पूरी तरह चालू स्थिति में आई है। इस परियोजना में लक्ष्मी एन. मित्तल समूह की कम्पनी एमईएल की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रिफाइनरी पंजाब में नए विकास का सूत्रपात करेगी।
मित्तल ने उद्घाटन समारोह में कहा, 'यह रिफाइनरी पंजाब को इस क्षेत्र के एक पेट्रो-केंद्र के रूप में विकसित करेगी। यह उत्तर भारत के राज्यों की जरूरतें पूरी करेगी।' मित्तल ने कहा कि रिफाइनरी की क्षमता 90 लाख टन की है, जिसे बाद में 1.80 करोड़ टन बढ़ाया जाएगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि रिफाइनरी की स्थापना पंजाब के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। अन्य राज्यों को गेहूं और धान का निर्यात करने के बाद पंजाब अब अपनी इस रिफाइनरी के जरिए पेट्रोल और पेट्रोलियम उत्पाद भी अन्य राज्यों को मुहैया कराएगा।
परियोजना की आधार शिला 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी। लेकिन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में 2002 में कांग्रेस के राज्य में सत्ता में आने के बाद परियोजना रुक गई थी। राज्य सरकार ने परियोजना के नियम व शर्तों पर आपत्ति खड़ी की थी। परियोजना फिर 2008 में तब शुरू हुई, जब 2007 में प्रकाश सिंह बादल की सरकार पंजाब में सत्ता में आई। परियोजना का निर्माण कार्य 2008 में शुरू हुआ था।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, April 28, 2012, 16:43