Last Updated: Sunday, March 3, 2013, 21:40

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में कल रात भीड़ द्वारा मारे गये पुलिस उपाधीक्षक जिया-उल-हक की पत्नी ने राज्य के खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर अपने गुर्गो से यह हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करने के लिये तहरीर दी है।
वारदात के बाद कुंडा पहुंचे अपर पुलिस महानिदेशक :कानून-व्यवस्था: अरुण कुमार को दी गयी तहरीर में मृत क्षेत्राधिकारी की पत्नी परवीन आजाद ने आरोप लगाया है कि राजा भैया के कहने पर कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष गुलशन यादव, मंत्री के प्रतिनिधि हरिओम श्रीवास्तव, वाहन चालक रोहित सिंह तथा समर्थक गुड्डू सिंह नामक गुर्गो ने जिया-उल-हक को पहले लाठी-डंडे और सरिया से मारा और फिर उनको तमंचे से गोली मार दी।
तहरीर में कहा गया है ‘‘मेरे पति स्वर्गीय जियाउल हक सीओ कुंडा थे और दिनांक दो मार्च 2013 करीब रात आठ बजे बलिपुर में दो गुटों में फायरिंग की सूचना पाकर अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां ग्राम प्रधान नन्हेलाल यादव तथा उनके भाई सुरेश यादव को गोली लगी थी। जब मेरे पति वहां पहुंचे तो मेरे पति को दुर्भावनापूर्वक पकड़ लिया गया और कहा कि तू बहुत बड़ा पुलिसवाला बनता है। अब हम लोग तुम्हें जिंदा वापस नहीं जाने देंगे।’’ परवीन ने तहरीर में कहा है कि उनके पति जब से कुंडा में पुलिस क्षेत्राधिकारी के पद पर तैनाती के लिये आये थे तब से ही आरोपी लोग उनको डराते-धमकाते थे। वह इसकी चर्चा उनसे अक्सर किया करते थे।’’
इस बारे में मीडिया के साथ पुलिस अफसरों का असहयोगपूर्ण रवैया जारी रहा। इतने महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अरुण कुमार ने कहा ‘‘मैं यहां कुंडा में बैठा हूं। लखनउ में भी अधिकारी बैठे हैं। आप उनसे बात करिये।’’ उधर, पुलिस महानिदेशक अम्बरीष कुमार शर्मा ने भी बार-बार फोन किये जाने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया।
इस बीच, राजा भैया ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताते हुए कहा ‘‘सदमे से गुजर रहे किसी व्यक्ति को बहकाया जा सकता है। यह दुर्भावना के साथ आरोप लगाया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि कुंडा में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और सचाई सामने आयेगी।
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के कुंडा स्थित वलीपुर के ग्राम प्रधान नन्हें यादव की कल शाम कुछ लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी जिससे उत्तेजित ग्रामीणों ने आगजनी की थी। हिंसा कर रहे लोगों को नियंत्रित करने का प्रयास किये जाने पर उन्होंने पुलिस पर भी गोलियां चलाई जिसमें पुलिस क्षेत्राधिकारी जिया-उल-हक और प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोलियां लगने से मौत हो गयी थी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 3, 2013, 21:18