पुलिस बर्बरता की होगी जांच - Zee News हिंदी

पुलिस बर्बरता की होगी जांच



ज़ी न्यूज़ ब्यूरो

नालंदा: बिहार के नालंदा जिले के नूरसराय में एक महिलाओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

 

नालंदा के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने गुरुवार को बताया कि प्रथम दृष्टया मामले में दोषी पाए गए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जिसमें सिपाही विभूति झा और होमगार्ड का जवान नागेश्वर शामिल है.

 

पुलिस की इस बर्बरता को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपर पुलिस महानिदेशक को मामले की जांच करने का आदेश दिया है.

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में पुलिस ने महिलाओं पर सरेआम लाठियां बरसाईं. लापता न्याय सचिव सुषमा कुमारी उर्फ रीना की बरामदगी की मांग को लेकर पुलिस और पब्लिक आमने सामने दिखी.

स्थानीय लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया और वाहनों के शीशे भी तोड़ दिए, वहीं पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजी. महिलाओं को बुरी तरह पीटा गया. पुलिस ने दुकानों में घुसकर लोगों की पिटाई की.

इस दौरान महिलाओं को भी नहीं बख्शा और खदेड़-खदेड़कर लाठियां बरसायीं जिससे दर्जनों लोग घायल हो गए. लाठीचार्ज के कारण कई महिलाओं के हाथ टूट गए.

मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

 

यह पूरी घटना पटना प्रक्षेत्र के आरक्षी उपमहानिरीक्षक विनीत विनायक के समक्ष घटी. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपर पुलिस महानिदेशक को महिलाओं पर लाठीचार्ज करने के मामले की जांच करने को कहा है.

 

पुलिस के अनुसार नूरसराय थाना के चंडासी गांव निवासी रामबालक कुमार की पत्नी सुषमा उर्फ रीना पिछले 25 अगस्त से लापता है. ग्रामीणों का कहना है कि रीना की हत्या कर शव को गायब कर दिया गया है. पीड़ित परिवार पुलिस के असहयोगात्मक रवैये के बाद पिछले दिनों मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर गुहार लगाई थी.

 

घटना के 20 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक महिला का कोई सुराग नहीं मिलने और परिजनों द्वारा इसकी शिकायत वरीय पुलिस अधिकारी के पास करने के बाद पटना प्रक्षेत्र के आरक्षी उपमहानिरीक्षक विनीत विनायक बुधवार को मामले की जांच के लिए पहुंचे.

 

डीआईजी के जांच के बाद लोगों ने नूरसराय थाना में अपना बयान कलमबद्ध कराया. इस बीच लोगों की भारी भीड़ थाना पर जम गयी. आक्रोशित लोग का आरोप था कि इस मामले में नूरसराय थाना के एक दारोगा के नामजद अभियुक्त होने के कारण पुलिस सुस्ती बरत रही है.

First Published: Thursday, September 15, 2011, 10:49

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