पूर्व डीजी जेल के आरोपों पर श्वेतपत्र की मांग

पूर्व डीजी जेल के आरोपों पर श्वेतपत्र की मांग

जालंधर : पंजाब में राजनेता, पुलिस और तस्करों के आपसी सांठगांठ से चल रहे नशे के कारोबार संबंधी पूर्व कारा महानिदेशक के बयान पर कडी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने आज यहां कहा कि सरकार इस मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करे और आरोपों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच करवाए।

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुखपाल सिंह खरा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘राज्य के पूर्व कारा महानिदेशक ने जो सनसनीखेज खुलासा किया है उसपर प्रदेश की अकाली भाजपा गठबंधन सरकार को श्वेतपत्र जारी करना चाहिए ताकि लोगों के समक्ष सच्चाई आ सके।’ खरा ने कहा, ‘न केवल श्वेत पत्र जारी किया जाना चाहिए बल्कि इन आरोपों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो लोग इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि राज्य में नशे का कारोबार करने वालों को सबक मिल सके।’

गौरतलब है कि प्रदेश के पूर्व कारा महानिदेशक शशिकांत ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि राज्य में नशे का कारोबार राजनेता, पुलिस और नशे के तस्करों की आपसी सांठगांठ से हो रहा है। इससे न केवल राज्य की जेलों में नशे का निर्बाध प्रवाह जारी है बल्कि इसकी चपेट में आकर राज्य का युवा वर्ग बर्बाद हो रहा है। शशिकांत ने यह भी कहा था कि विभिन्न एजेंसियों की मदद से उन्होंने एक सूची तैयार की थी जिसमें वरिष्ठ से लेकर कनिष्ठ तक 185 जेलकर्मी शामिल थे। इसके अलावा उस सूची में दस राजनेताओं और अन्य व्यापारियों का नाम भी शामिल था।

शशिकांत ने कल यह भी कहा था कि यह नशे की तस्करी में शामिल कारा विभाग के पुलिसकर्मियों सूची के साथ राजनेताओं और अन्य नामों की सूची सरकार को भेजी गयी थी लेकिन इस पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। खरा ने कहा, ‘शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने इस रिपोर्ट को ठंड बस्ते में डाल दिया है और राजनेताओं तथा पुलिस की मिलीभगत से प्रदेश में नशे का कारोबार फल फूल रहा है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, May 26, 2013, 19:08

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