Last Updated: Saturday, November 3, 2012, 22:16
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के समीप शनिवार को दो पूर्व नक्सली घूमते पाए गए जिन्हें हिरासत में ले लिया गया। दोनों बाद में ममता से मिले और शिकायत की कि वादे के मुताबिक पुनर्वास पैकेज अभी तक नहीं मिला है।
दोनों को राइटर्स बिल्डिंग (राज्य सचिवालय) ले जाया गया जहां उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाया गया। राज्य के गृह सचिव वासुदेव बनर्जी ने कहा, `चिरंजीत साहा और सुखदेव महतो को मुख्यमंत्री से मिलवाया गया। दोनों ने शिकायत की कि आत्मसमर्पण के एवज में दिया जाने वाला समूचा पुनर्वास पैकेज अभी तक नहीं मिला है।` उन्होंने कहा, `मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि पुनर्वास के सभी लाभ यथाशीघ्र मिल जाएंगे।`
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने आत्मसमर्पण-सह-पुनर्वास पैकेज में संशोधन किया है, जिसके अनुसार तीन साल तक हर महीने 2,000 रुपये वजीफा के साथ 1.5 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपोजिट मुहैया कराने का प्रावधान है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली 25,000 रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक पाने के हकदार हैं। यह राशि इस पर निर्भर है कि वे किस तरह के हथियार समर्पित करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 3, 2012, 22:16