Last Updated: Wednesday, January 16, 2013, 18:57
हैदराबाद : अलग तेलंगाना राज्य के निर्माण के विवादास्पद मुद्दे पर फैसले को लेकर केंद्र की समयसीमा नजदीक आने के साथ-साथ तेलंगाना और आंध्र-रायलसीमा क्षेत्रों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ता जा रहा है।
आंध्र-रायलसीमा के नेता जहां नए राज्य के गठन के संकेतों को लेकर तेलंगाना के नेताओं के दावों को महज अटकल कहकर खारिज कर रहे हैं वहीं तेलंगाना के नेता कह रहे हैं कि आंध्र-रायलसीमा के लोग हताश हैं क्योंकि अलग राज्य जल्दी बनेगा। इन सबके मद्देनजर आंध्र-रायलसीमा से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस नेताओं की बैठक कल हैदराबाद में होगी जहां पार्टी के मंत्री, सांसद और विधायक आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने आशंका जताई है कि ‘सीमांध्र बल’ के लोग तेलंगाना के निर्माण को बाधित करने की साजिश रच रहे हैं। टीआरएस नेता टी. हरीश राव ने आंध्र रायलासीमा के नेताओं को आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं। प्रदेश के पंचायती राज मंत्री के. जना रेड्डी और तेलंगाना संयुक्त कार्य समिति के प्रतिनिधियों की आज यहां पूर्व कांग्रेस सांसद केशव राव के निवास पर हुई बैठक में मांग उठी कि आंध्र-रायलासीमा के नेताओं को अपनी प्रस्तावित बैठक निरस्त कर देनी चाहिए। जेएसी नेताओं ने यह घोषणा भी की है कि वे अलग तेलंगाना राज्य से कम कुछ स्वीकार नहीं करेंगे जिसकी राजधानी हैदराबाद हो।
विजयवाड़ा में केंद्रीय मंत्री एम एम पल्लम राजू ने पिछले कुछ दिनों में तेलंगाना के कुछ मंत्रियों द्वारा किये गये इन दावों को खारिज करने का प्रयास किया कि उन्हें केंद्र की ओर से नए राज्य के निर्माण के संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा, ‘ये महज अटकलें हैं।’ गुंटूर से सांसद रायपति संभाशिव राव ने भी इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस आलाकमान महत्वपूर्ण फैसले से पहले कोई संकेत कभी नहीं देगा। केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री के. चिरंजीवी ने मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी से एक अन्य मामले पर मुलाकात की और अलग राज्य के विवाद में नहीं पड़ते हुए उन्होंने कहा कि वह पार्टी आलाकमान के फैसले का पालन करेंगे।
प्रदेश के निवेश मंत्री जी. श्रीनिवास राव द्वारा अविभाजित राज्य के लिए आंदोलन चलाने और अलग राज्य बनने की स्थिति में इस्तीफा देने की धमकी देने पर तेलंगाना के नेताओं ने उनकी आलोचना की है। राव ने सफाई दी कि उनके बयान के पीछे चिरंजीवी या मुख्यमंत्री नहीं हैं। उन्होंने आज विशाखापत्तनम में कहा, ‘हम अविभाजित आंध्र प्रदेश के लिए निश्चित रूप से आंदोलन शुरू करेंगे।’ स्वास्थ्य मंत्री डीएल रवींद्र रेड्डी ने अपने गृहनगर मायडुकुरु में कहा कि राज्य के विभाजन की संभावना आधी-आधी है।
हैदराबाद में प्रदेश सरकार के मंत्री दानम नागेंद्र और मुकेश गौड़ ने कांग्रेस आलाकमान को भेजे जा चुके अपने पत्र का जिक्र किया जिसमें उन्होंने अलग राज्य के निर्माण की स्थिति में हैदराबाद को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आंध्र प्रदेश के विभाजन पर फैसले से पहले पार्टी इस बारे में हमसे रायशुमारी करेगी।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 16, 2013, 18:57