Last Updated: Monday, March 19, 2012, 19:02
बेंगलूर : कर्नाटक के अश्लील वीडियो क्लिपिंग कांड की जांच कर रही विधानसभा की समिति ने दो पूर्व मंत्रियों को निर्दोष बताया है जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के एक अन्य सदस्य की विधानसभा में अश्लील क्लिप देखने को लेकर निंदा करने की सिफारिश की।
विधानसभा सचिवालय के सूत्रों ने यहां बताया कि श्रीशैलप्पा बिदारूर की अध्यक्षता वाली समिति ने विधानसभा अध्यक्ष के जी बोपैया को सीलबंद लिफाफे में सौंपी अपनी रिपोर्ट में सी सी पाटिल और कृष्णा पालेमर को निर्दोष बताया है।
समिति ने कहा है कि उसे लक्ष्मण सावदी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिला जिन्हें सात फरवरी को मोबाइल पर अश्लील क्लिपिंग देखते हुए क्षेत्रीय टीवी चैनलों के कैमरों तथा विधानसभा के सीसीटीवी कैमरों में पकड़ा गया।
इस कांड पर तीखी जन प्रतिक्रिया के बाद तीनों ने ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विधानसभा में सावदी के बगल में बैठे पाटिल ने बस मोबाइल पर एक नजर डाली थी और उन्हें अश्लील क्लिपिंग देखते हुए नहीं पाया। सूत्रों के मुताबिक पालेमर के भी अश्लील वीडियो देखने या इन आरोपों पर कि अश्लील क्लिपिंग वाला मोबाइल उनका था, के पक्ष में कोई सबूत नहीं है।
समिति के सभी सदस्य भाजपा के विधायक है क्योंकि विपक्षी कांग्रेस और जनता दल सेकुलर ने उसका बहिष्कार कर दिया था। जब विधानसभा अध्यक्ष से पूछा गया कि क्या समिति ने अपनी रिपोर्ट उन्हें सौंप दी है तो उन्होंने कहा, हां। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 20, 2012, 00:32