Last Updated: Sunday, July 22, 2012, 22:15
मिरिती (पश्चिम बंगाल) : प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करते ही पश्चिम बंगाल स्थित उनके पैतृक गांव मिरिती में जश्न का सिलसिला शुरू हो गया । गांववालों ने ‘ढाक’ (ढोल) की थाप पर नृत्य किया और पटाखे छोड़े ।
प्रणव मुखर्जी जिस घर में प्रति वर्ष दुर्गा पूजा करते हैं उसके दरवाजों पर लगे बैनर में लिखा था ‘आमादेर गौरबो प्रणव बाबू’ :प्रणव बाबू पर हमें गर्व है।
वास्तव में सुबह वोटों की गिनती शुरू होने से पहले ही लोग जानते थे कि मुखर्जी आसानी से जीत जाएंगे और इसी लिए सुबह से ही जश्न का सिलसिलता शुरू हो गया।
उनके पैतृक घर ‘मुखर्जी भवन’ के बाहर बड़े फ्लेक्सी बोर्ड लगाए गए थे जिनमें उनके राष्ट्रपति निर्वाचित होने को लेकर बधाइयां दी गई थीं। घर के बाहर विशेष रूप से लिखे गए गाने गाए गए और ढोल बजाए जा रहे थे। उनकी जीतने की खबर जैसे ही उन तक पहुंची लोगों ने होली खेली और जुलूस निकाला।
मुखर्जी भवन को बल्बों से सजाया जाएगा और ‘मिरिती के पुत्र’ के सम्मान में आज रात सामुदायिक भोज आयोजित किया जाएगा । (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 22, 2012, 22:15