Last Updated: Thursday, April 4, 2013, 13:38
चित्रकूट (उप्र.) : उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में चल रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन सबसे पहले बुंदेलखंड प्रस्ताव पेश किया गया। इसमें बुंदेलखंड की वर्तमान हालत के लिए समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया गया है।
कार्य समिति की बैठक में पेश किए गए प्रस्ताव में बुंदेलखंड की दुर्दशा के लिए सपा, बसपा और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि वर्ष 1991-92 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर इस क्षेत्र के लिए वार्षिक बजट में विशेष पैकेज की व्यवस्था की गई थी, लेकिन पिछले 10 वर्षो में सपा और बसपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश की सरकारों ने इस क्षेत्र के समुचित विकास के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
बुंदेलखंड प्रस्ताव के जरिये भाजपा ने इस क्षेत्र के विकास का खाका भी खींचने की कोशिश की है। प्रस्ताव के मुताबिक, भाजपा यदि केंद्र में सरकार बनाने में कामयाब रही तो हर द्वार पर पानी पहुंचाने की मुहिम शुरू की जाएगी। इलाके में हो रहे धर्मातरण रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। वन सम्पदा आदिवासियों के लिए, जल सम्पदा निषाद व मल्लाह एवं केवटों के लिए घोषित की जाएगी।
प्रस्ताव के मुताबिक, बुंदेलखंड के किसानों को कृषि कार्य हेतु बिना ब्याज ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। पर्यटन क्षेत्रों के विकास के लिए समुचित कदम उठाए जाएंगे। प्रस्ताव के जरिये भाजपा ने बुंदेलखंड के लोगों से कई और वादे भी किए हैं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया रामायण मेला परिसर में गुरुवार को भाजपा के उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव रामनाथ कोविंद ने बुंदेलखंड प्रस्ताव पेश किया, जबकि बुंदेलखंड की विधायक साध्वी निरंजन ज्योति ने इसका समर्थन किया। बुंदेलखंड के इस प्रस्ताव को पार्टी की दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है। चित्रकूट में चल रही कार्य समिति की दो दिवसीय बैठक का गुरुवार को अंतिम दिन है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 4, 2013, 10:49