Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 19:10

नई दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद नेता प्रवीण तोगडिया पर कथित भडकाउ भाषण देने के लिए कार्रवाई की मांग के बीच केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार से कहा है कि तोगडिया के खिलाफ आरोपों की जांच की जाए और अगर उन्होंने कानून का उल्लंघन किया है तो कार्रवाई हो ।
पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार से केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि इन आरोपों की जांच हो कि तोगडिया ने समुदाय विशेष के सदस्यों के खिलाफ भडकाउ भाषण दिया है ।
एक अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय की सलाह एकदम स्पष्ट है । एक बार फोरेंसिक साक्ष्यों की पुष्टि हो जाए तो कानून के मुताबिक तोगडिया के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए ।
महाराष्ट्र सरकार ने केन्द्र को आश्वासन दिया है कि उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा । गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि यदि तोगडिया का भाषण भडकाउ पाया जाता है तो राज्य सरकार को उनके खिलाफ अवश्य कार्रवाई करनी चाहिए ।
खबर है कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने तोगडिया के कथित भडकाउ भाषण की फोरेंसिक जांच का आदेश दिया है और अब जांच रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद तोगडिया पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए मामला दर्ज किया जा सकता है ।
महाराष्ट्र में नांदेड के भोकर कस्बे में 22 जनवरी को तोडिया ने कथित रूप से एमआईएम विधायक अकबरूददीन ओवैसी और एक समुदाय विशेष के खिलाफ टिप्पणी की थी ।
तोगडिया के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि किसी भी धार्मिक नेता को देश के सांप्रदायिक मेलमिलाप से छेडछाड की इजाजत नहीं होनी चाहिए । माकपा नेता सीताराम येचुरी ने भी तोगडिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है । (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 15:36