Last Updated: Sunday, July 15, 2012, 23:47
जम्मू/शिमला : रविवार का दिन अमरनाथ तीर्थयात्रियों के लिए अपशकुन भरा रहा। अमरनाथ के दर्शन से वापस लौट रहे दो दल दुर्घटना का शिकार हो गए और इसमें 23 तीर्थयात्रियों की जान चली गई। पहली दुर्घटना जम्मू में हुई जहां 15 तीर्थयात्री काल का ग्रास बन गए वहीं दूसरी दुर्घटना हिमाचल प्रदेश में हुई जहां आठ तीर्थयात्रियों की जान चली गई।
जम्मू एवं कश्मीर में अमरनाथ यात्रा सम्पन्न कर लौट रहे तीर्थयात्रियों की एक बस शनिवार देर रात गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में कम से कम 15 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 18 से अधिक घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना रात 11.30 बजे उस समय घटी, जब बस दिगडोले के पास जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सड़क से फिसल गई। दिगडोले जम्मू से 165 किलोमीटर की दूरी पर है।
पुलिस ने बताया कि 10 यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और बाकी ने रामबन अस्पताल में दम तोड़ दिया। घायलों को इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, कुछ यात्री अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
उधर उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से तीर्थयात्रियों को लेकर आ रही एक निजी बस हिमाचल प्रदेश में 250 फुट गहरी खाई में गिर गई। बस में सवार आठ लोगों की मौत हो गई और अन्य 35 घायल हो गए। मरने वालों में अधिकांश कानपुर के निवासी थे। पुलिस ने यह जानकारी रविवार को दी।
मृतकों में छह पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। घायलों को दुर्घटना स्थल से 30 किलोमीटर दूर टांडा स्थित राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तीर्थयात्री जम्मू एवं कश्मीर से अमरनाथ यात्रा सम्पन्न कर लौटे थे और वे हिमाचल के कांगड़ा जिले में स्थित प्रमुख हिंदू तीर्थो के दर्शन करने जा रहे थे।
पुलिस अधिकारी मुल्क राज ने आईएएनएस को फोन पर बताया कि दुर्घटना शनिवार रात 10 बजे कांगड़ा किले के समीप हुई जो राजधानी शिमला से 250 किलोमीटर की दूरी पर है।
उन्होंने कहा, दुर्घटना उस समय हुई जब तीर्थयात्री चामुंडा देवी मंदिर से ज्वालाजी मंदिर जा रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि बस जब एक खतरनाक मोड़ से गुजर रही थी, उस समय चालक ने शायद वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। पुलिस अधिकारी ने कहा, एक पहाड़ से टकराकर बस खाई में गिर गई।
उन्होंने कहा कि घाटी में उतरने और शवों को निकालने में पुलिस व बचावकर्मियों को घंटों लग गए। क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भी बचाव कार्य में बाधा आई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बस से शवों और घायलों को निकालने में प्रशासन के कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। प्रशासनिक अधिकारियों को दुर्घटना स्थल पर पहुंचने से पहले स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया था।
जिस जगह यह दुर्घटना हुई है, वहां हाल ही में कई और सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 15, 2012, 23:47