Last Updated: Friday, March 29, 2013, 20:51

नई दिल्ली : बसपा नेता दीपक भारद्वाज के हत्यारों को गिरफ्तार किया जाना अभी बाकी है लेकिन ऐसा समझा जा रहा है कि जांच अधिकारियों ने शूटरों की पहचान कर ली है और अपराध में जिस कार के इस्तेमाल किए जाने का संदेह है उसे बरामद कर लिया गया है।
साल 2009 के लोकसभा चुनावों में स्थानीय बसपा नेता दीपक भारद्वाज सर्वाधिक धनी उम्मीदवार थे। मंगलवार सुबह दक्षिण दिल्ली के रजोकरी इलाके में स्थित उनके फार्म हाउस के भीतर तीन लोगों ने उनकी हत्या कर दी थी। हत्यारे कार में सवार होकर आए थे। पुलिस ने उस कार के मालिक को हिरासत में ले लिया है जिसमें कथित तौर पर सवार होकर हत्यारे आए थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कार मालिक ने दावा किया कि उसने गिरोह को सोमवार को वाहन बेच दिया था और बुधवार को अंतिम भुगतान होना था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘इस मामले में अभी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच जारी है।’ जांच अधिकारियों ने अब तक घटना के सिलसिले में आठ लोगों को हिरासत में लिया है लेकिन इस बात की पुष्टि करने से इंकार कर दिया कि कथित हत्यारे उसकी हिरासत में हैं।
अधिकारी ने कहा कि हरियाणा, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। माना जा रहा है कि हत्यारे पश्चिमोत्तर दिल्ली के रहने वाले थे। दोनों शूटरों के नाम सुनील और पुरुषोत्तम बताए जा रहे हैं। पुलिस ने कहा कि दीपक की हत्या में जो स्कोडा कार इस्तेमाल की गई थी उस कार के मालिक का नाम राकेश बताया जा रहा है। पूछताछ के दौरान इस बात का भी पता चला है कि सुनील ने आठ लाख रुपए में यह कार खरीदी थी।
अधिकारी ने कहा, ‘शूटरों को पकड़ने के बाद ही हम हत्या के उद्देश्य पर बात कर सकते हैं। लेकिन एक बात निश्चित है कि इसका धन या संपत्ति से कुछ न कुछ लेना-देना है।’ पुलिस ने भारद्वाज की पत्नी रमेश कुमारी और बेटों से पूछताछ की है जो अलग-अलग रह रहे हैं।
जांच अधिकारी किसी भीतरी व्यक्ति की भूमिका की जांच कर रहे हैं जिसने हत्यारों को भारद्वाज की गतिविधियों और फार्म हाउस की भौगोलिक स्थिति की जानकारी दी होगी। घटना के समय 25 एकड़ में फैले फार्म हाउस में तकरीबन 40 कर्मचारी मौजूद थे। हालांकि घटना के समय भारद्वाज के साथ या फार्महाउस के भीतर उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारी नहीं थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 29, 2013, 14:10