Last Updated: Wednesday, September 21, 2011, 10:58
लखनऊ : बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने जौनपुर से पार्टी सांसद धनंजय सिंह को अनुशासनहीनता और अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की जनसमस्याओं में रुचि नहीं लेने के आरोप में बुधवार को पार्टी से निलंबित कर दिया. मायावती ने यह भी निर्देश जारी कर दिए हैं कि भविष्य में धनंजय सिंह को पार्टी या संगठन के किसी भी कार्यक्रम में न बुलाया जाए.
बसपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया कि धनंजय सिंह अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की जनता की काफी उपेक्षा कर रहे थे और संगठन के कार्यो में भी रुचि नहीं ले रहे थे. उनके खिलाफ सांसद निधि का दुरुपयोग करने की शिकायतें भी मिल रही थीं. बसपा नेता ने बताया कि पार्टी नेतृत्व को मीडिया से यह भी पता लगा कि सिंह ने 'कैश फॉर वोट ' मामले में गिरफ्तार किए गए राज्यसभा सांसद अमर सिंह से दल की इजाजत के बिना मुलाकात की और मीडिया में उनके पक्ष में बयान भी दिया.
उन्होंने कहा कि सिंह का यह कृत्य अनुशासनहीनता के दायरे में आता है. साथ ही यह प्रकरण चूंकि कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसी स्थिति में मामले के एक अभियुक्त को बचाने की नीयत से सिंह द्वारा बयानबाजी किया जाना कोर्ट की अवमानना भी है. इसे पार्टी ने बेहद गंभीरता से लिया है. मौर्य ने कहा कि सिंह के कार्यकलापों और विभिन्न गतिविधियों के बारे में गंभीर शिकायतों की वजह से पार्टी नेतृत्व ने उन्हें निलंबित कर दिया है.
First Published: Wednesday, September 21, 2011, 16:34