Last Updated: Friday, December 23, 2011, 13:22
इदुक्की (केरल) : सुप्रीम कोर्ट
द्वारा मुल्लापेरियार मामले की जांच के लिए नियुक्त उच्चाधिकार प्राप्त समिति के तकनीकी विशेषज्ञों ने शुक्रवार को मुल्लापेरियार बांध स्थल और उसके आसपास के इलाके का दौरा शुरू किया ताकि वह पैनल को इसके बारे में जानकारी मुहैया करा सके जो इसके आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगा। विशेषज्ञ सदस्यों सीडी थाटे और केके मेहता ने पहले निचले पेरियार इलाके में स्थित पंबला बांध का दौरा किया। वे इदुक्की, कुआलमावू और चेरूथनी बांधों का भी आज दिन में दौरा करेंगे।
उम्मीद है कि वे आज शाम मुल्लापेरियार पहुंचेंगे और कल 116 साल पुराने इस बांध का निरीक्षण करेंगे। भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश एएस आनंद की अध्यक्षता में बनी उच्चाधिकारप्राप्त समिति का गठन 2010 में किया गया था ओैर इसे दोनों राज्यों के बीच मुल्लापेरियार बांध मुद्दे को लेकर उठे विवाद के सभी पहलुओं की समीक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
केरल मुल्लापेरियार बांध को बहुत कमजोर बताकर कहता है कि अगर यह गिर गया तो उसकी तीस लाख की आबादी खतरे में पड़ जाएगी। इसलिए वह उसकी जगह एक नया बांध बनाने की बात करता है लेकिन तमिलनाडु इसे नामंजूर करते हुए कहता है कि बांध को थोड़ी बहुत मरम्मत की जरूरत है और वह आगे भी दोनों राज्यों की जरूरतें पूरी करता रह सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे की समीक्षा के लिए एक पैनल बनाया था जिसमें दोनों राज्यों का एक एक प्रतिनिधि है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 23, 2011, 18:52