बिजली दर के विरोध में अनशन करेंगे केजरीवाल

बिजली दर के विरोध में अनशन करेंगे केजरीवाल

बिजली दर के विरोध में अनशन करेंगे केजरीवाल नई दिल्ली : दिल्ली में बिजली-पानी की दरें बढ़ाए जाने के विरोध में केजरीवाल ने 23 मार्च से अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। केजरीवाल ने लोगों से बिजली-पानी के बिलों का भुगतान न करने का आह्वान भी किया है।

केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि वह अपने सविनय अवज्ञा आंदोलन के तहत दिल्ली में पानी तथा बिजली की कीमतें बढ़ाए जाने के विरोध में 23 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे।

केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं 23 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने जा रहा हूं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि 23 मार्च के बाद वे अपने बिजली बिल का भुगतान न करें। मैं भी अपने बिजली बिल का भुगतान नहीं करूंगा।"

बिजली उपभोक्ताओं को भेजे जा रहे बिलों को अनुचित बताते हुए केजरीवाल ने कहा, "बिजली के मीटर सामान्य से 25 से 40 प्रतिशत तेज गति से चल रहे हैं। दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) ने भी इसे नोटिस किया है। लेकिन इसके संबंध में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। दिल्ली में उपभोक्ताओं को बिजली की कीमतें 40 प्रतिशत तक अधिक चुकानी पड़ रही हैं।"

केजरीवाल ने डीईआरसी के अध्यक्ष पी.डी. सुधाकर पर विद्युत वितरण में लगी कंपनियों की दलाली का आरोप भी लगाया।

केजरीवाल ने कहा,"13 जुलाई 2012 को बिजली की दरों में की गई वृद्धि सुधाकर द्वारा नहीं बल्कि अम्बानियों के ऑडिटरों द्वारा किया गया था। इस प्रकार, एक तरह से बिजली दरों में वृद्धि के आदेश रिलायंस तथा टाटा ने बनाए। हम साफ तौर पर कह सकते हैं कि बिजली की दरों में वृद्धि के पीछे भ्रष्टाचार है।"

केजरीवाल ने दिल्ली सरकार तथा डीईआरसी पर निजी कंपनियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा, "बिजली तथा पानी की कीमतों में वृद्धि और कुछ नहीं बल्कि सरकारी भ्रष्टाचार है।"

केजरीवाल ने अपने भूख हड़ताल की घोषणा को राजनीतिक चाल बताए जाने के जवाब में कहा, "हां, हम तो कह रहे हैं कि हम राजनीति कर रहे हैं। हम इस देश की राजनीति को बदल देना चाहते हैं। शीला दीक्षित, अनिल अम्बानी के लिए राजनीति करती हैं लेकिन हम, देश की जनता के लिए राजनीति कर रहे हैं।"

सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने केजरीवाल ने लोगों से अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई में सहयोग करने की अपील की।

केजरीवाल ने आगे कहा,"सरकार से हमारी कोई मांग नहीं है। वास्तव में हमें सरकार से कोई आशा ही नहीं है। हम तो बस इतना कहने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर हम एक नहीं हुए तो हम इसी तरह परेशान रहेंगे।" (एजेंसी)

First Published: Monday, March 4, 2013, 20:00

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