Last Updated: Saturday, May 25, 2013, 16:50

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में गहराते बिजली संकट को लेकर आम जनता की नाराजगी के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि सरकार इस संकट को एक चुनौती की तरह ले रही है और वह सूबे के विभिन्न जिलों में मांग के अनुरूप आपूर्ति के लिये बड़े पैमाने पर काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने यहां एक विधि महाविद्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि उनकी सरकार को बिजली के क्षेत्र में अपनी पूर्ववर्ती मायावती सरकार से 25 हजार करोड़ रुपए का घाटा विरासत में मिला है। नये बिजली कारखाने लगाने के लिये प्रदेश सरकार तेजी से काम कर रही है, जिससे आने वाले वष्रो में सूबे को बिजली संकट से निजात मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘सरकार ने उर्जा क्षेत्र को चुनौती के रूप में लिया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में बिजली की मांग के अनुरूप आपूर्ति के लिये सरकार बड़े पैमाने पर काम करेगी।’ गौरतलब है कि प्रदेश इस वक्त जबर्दस्त बिजली संकट की गिरफ्त में हैं। इसकी वजह से राजधानी लखनऊ समेत विभिन्न जिलों में अघोषित बिजली कटौती को लेकर लोगों में खासी नाराजगी है और इसे लेकर जगह-जगह प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
अखिलेश ने शिक्षा क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि ग्रामीण अंचलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन संस्थाएं इस दिशा में काफी काम कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अब काफी परिवर्तन दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को ऐसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरत है जो रोजगार प्रदान करने में सहायक हो। उन्होंने आईटीआई जैसे तकनीकी संस्थानों की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे संस्थान बेरोजगारी दूर करने में मददगार हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 25, 2013, 16:50