बिहार के खगड़िया में भीषण रेल हादसा, 37 लोगों की मौत| Rajya Rani Express

बिहार के खगड़िया में भीषण रेल हादसा, 37 लोगों की मौत

बिहार के खगड़िया में भीषण रेल हादसा, 37 लोगों की मौतखगड़िया/पटना : बिहार में खगड़िया जिले के धमारा घाट रेलवे स्टेशन से सोमवार सुबह तेजी से गुजर रही सहरसा-पटना राज्यरानी इंटर सिटी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर पटरी पर खडे 37 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पटना से करीब 160 किमी दूर खगड़िया में 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गुजर रही सहरसा-पटना राज्यरानी एक्सप्रेस की धमारा घाट रेलवे स्टेशन में पटरी के साथ चल रहे कावंड़िये चपेट में आ गये।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया इस हादसे में 37 लोगों की मौत हो गयी, जिसमें बच्चे और महिलायें शामिल हैं। मृतकों में 13 महिलायें, चार बच्चे और 20 पुरुष शामिल है। सभी मृतक खगड़िया, सहरसा, मुंगेर और नौगछिया के रहने वाले हैं। इस घटना में 24 लोग घायल हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नीतीश ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते मृतक के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से मुआवजा के तौर दो-दो लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की है।

राज्य सरकार की ओर से मुआवजा के तौर पर दिए जाने वाली इस दो लाख रुपये की राशि में डेढ़ लाख रुपए राज्य सरकार की ओर से जबकि 50 हजार रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाने वाली राशि शामिल है।

नीतीश ने रेलमंत्री मलिकाअर्जुन खड़गे से फोन पर बातें की और इस दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को रेल मंत्रालय की ओर से अधिक अधिक मुआवजा राशि दिलाए जाने का आग्रह किया। रेल मंत्री ने मुख्यमंत्री की इस मांग पर विचार किए जाने का आश्वासन दिया है।

इस बीच पूर्व मध्य रेलवे सूत्रों के मुताबिक करीब 8.40 बजे सुबह घटी। इस दुर्घटना के बाद सहरसा-पटना राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन के दो चालक की स्थानीय लोगों ने बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। मध्य पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अमिताभ प्रभाकर ने उन खबरों को खारिज किया कि उनमें से एक को स्थानीय लोगों द्वारा पीट-पीटकर मार डाला गया है।

उन्होंने कहा कि ट्रेन के दोनों चालक सुरक्षित हैं और उन लोगों ने अपने छिपने के स्थान से रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया है।

प्रभाकर ने पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार बचाव ट्रेन के साथ घटनास्थल पहुंच गए हैं। इस दुर्घटना के मद्देनजर यातायात में व्यवधान पडने के कारण उक्त मार्ग से गुजरने वाली चार ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई को दूसरे मार्ग से चलाया जा रहा है।

रद्द ट्रेनों में 15209 सहरसा-अमृतसर जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन, 15275 सहरसा-बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन, 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी इंटरसिटी ट्रेन और 15282 पटना-सहरसा कोसी एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं।

कई ट्रेनों में अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल हैं, जिसको बेगूसराय, मानसी और खगडिया रेलवे स्टेशनों से मार्ग परिवर्तित कर गंतव्य के लिए रवाना किया गया है।

इस हादसे को लेकर लोगों को जानकारी उपलब्ध कराए जाने के लिए रेलवे द्वारा कई हेल्पलाईन नंबर जारी किए गए हैं, जिसमें पटना का हेल्पलाइन नंबर 0612-2206965, समस्तीपुर का 06274-221714, मानसी का 06244-233234, खगडिया का 06244-222049 और सहरसा का हेल्पलाईन नंबर 06478-227355 शामिल है।

नीतीश ने कहा कि यह जांच का विषय है कि श्रावण महीने के आज अंतिम सोमवार को देखते हुए कात्यानी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिक संख्या के मद्देनजर क्या ट्रेनों का परिचालन धीमी गति से किए जाने को लेकर कोई निर्देश जारी किया गया था या नहीं। यह हादसा राज्य सरकार की लापरवाही से हुआ, इससे इंकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले में खगड़िया और सहरसा जिला के अधिकारी थे।

उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्र होने और पुल के क्षतिग्रस्त होने और उक्त स्थल तक सड़क नहीं होने के कारण वहां दोनों जिलों से पहुंचने में तीन घंटे का समय लगता है। इस हादसे आक्रोशित लोगों द्वारा दो ट्रेनों में आग लगा दिए जाने और स्टेशन पर तोड़फोड़ किए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से पीड़ितों को सभी तरह की सहायता पहुंचायी जा रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से मृतकों का पोस्टमॉर्टम स्थानीय सरकारी अस्पतालों में कराए जाने की पेशकश की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खगड़िया के सांसद दिनेशचंद्र यादव से उन्होंने लोगों को सभी तरह की सहायता दिए जाने को कहा है। (एजेंसी)

First Published: Monday, August 19, 2013, 10:15

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