Last Updated: Thursday, July 18, 2013, 15:21
ज़ी मीडिया ब्यूरोपटना: बिहार के सारण जिले में जहरीले मिड-डे-मील से हुई 23 बच्चों की मौत के बारे में यह खुलासा हुआ है कि खाने में कीटनाशक था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक या तो कीटनाशक भोजन में था या फिर खाना बनाने में इस्तेमाल किये गये तेल में उसकी मौजूदगी रही होगी। पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल के सुपरीटेंडेंट अमरकांत झा अमर ने कहा है कि मिड डे मिल के रासायणिक परीक्षण का परिणाम आना अभी बाकी है।
इस बीच बिहार के सारण जिले में एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में मध्याहन भोजन विषाक्तता के कारण मरने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या गुरुवार को बढ़कर 23 हो गई। एक अन्य मृत बच्चे को जिला प्रशासन को सूचित किये बिना उसके परिजनों द्वारा दफना दिए जाने की सूचना प्राप्त हुई है।
साथ ही राज्य के शिक्षा विभाग ने मध्याह्न् भोजन को पहले विद्यालय के प्रधानाध्यापक और रसोइया को चखने का निर्देश दिया है। बिहार से प्रकाशित सभी मुख्य दैनिक समाचार पत्रों में गुरुवार को शिक्षा विभाग द्वारा इस संदर्भ में विज्ञापन जारी कर यह निर्देश दिया गया है। साथ ही केंद्र सरकार ने इस दिशा में ठोस पहल करते हुए भोजन की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने एक नई समिति के गठन का फैसला किया है।
गौर हो कि गत 16 जुलाई को माध्याह्न भोजन के तौर स्कूल में चावल, दाल और आलू एवं सोयाबीन की सब्जी खाने के बाद ये बच्चे उल्टी, पेट में दर्द की शिकायत के बाद बेहोश हो गए थे।
First Published: Thursday, July 18, 2013, 15:21