Last Updated: Tuesday, July 23, 2013, 11:52

पटना : बिहार के सारण जिले के धर्मसती गंडामन गांव के एक सरकारी विद्यालय में मध्याह्न भोजन से 23 बच्चों की मौत के मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
सारण के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार के नेतृत्व में इस जांच दल में आठ लोगों को शामिल किया गया है। राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि इसने जांच शुरू कर दी है। अपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के पुलिस महानिरीक्षक विनय कुमार एसआईटी के कार्य का निरीक्षण करेंगे जबकि विशेष कार्य बल को अभियुक्तों की गिरफ्तारी में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है।
इस दल का नेतृत्व सारण के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार करेंगे जबकि टीम में वैशाली के सहायक पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार गुप्ता और दो पुलिस निरीक्षक व पांच सहायक निरीक्षक शामिल किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि धर्मसती गंडामन गांव में स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पिछले मंगलवार को मध्याह्न भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत हो गई थी जबकि रसोइया और 24 बच्चे अभी भी बीमार हैं।
इस मामले पर गांव के निवासी अखिलानंद मिश्र ने मशरक थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है जिसमें प्रधानाध्यापिका मीना देवी और अन्य को आरोपी बनाया गया है। फरार प्रधानाध्यापिका के खिलाफ सोमवार को छपरा की स्थानीय अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) विनोद कुमार और प्रमंडलीय आयुक्त शशिशेखर शर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट शुक्रवार को मुख्यमंत्री को सौंप दी, जिसमें प्रधानाध्यापिका की भूमिका को अपराधिक लापरवाही करार दिया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानाध्यापिका ने विभागीय आदेश का खुला उल्लंघन किया है। भोजन बनने के दौरान उन्होंने न सही तरीके से निगरानी की और न ही बच्चों को भोजन परोसने के पहले उसे चखा। इधर, फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में भी भोजन में कीटनाशक दवा मिलने की पुष्टि हो गई है। गौरतलब है कि प्रधानाध्यापिका को पूर्व में ही निलंबित कर दिया गया है।
उधर, बिहार में सारण जिले के धर्मसती गंडामन स्थित एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न् भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत के मामले में मुख्य आरोपी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के खिलाफ स्थानीय अदालत ने सोमवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया। सारण व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अशोक कुमार झा की अदालत में पुलिस ने प्रधानाध्यापिका मीना देवी की गिरफ्तारी के लिए वारंट देने का अनुरोध किया था, जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि धर्मसती गंडामन गांव में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पिछले मंगलवार को मध्याह्न् भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत हो गई, जबकि रसोइया और 24 बच्चे अब भी बीमार हैं। इस मामले की एक प्राथमिकी गंडामन गांव के अखिलानंद मिश्र ने मशरख थाने में दर्ज करवाई है, जिसमें प्रधानाध्यापिका मीना देवी तथा अन्य को आरोपी बनाया गया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 23, 2013, 11:51