Last Updated: Sunday, January 15, 2012, 11:44
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपराधिक मामलों में जेलों में सजा काट रहे अभियुक्तों की सूची जारी करते हुए कहा कि सजायाफ्ता कैदियों के बारे में इस तरह की सूची के सार्वजनिक होने से इसका लोगों पर भी प्रभाव पड़ेगा और अपराध की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगेगा।
पटना के 1-अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित ‘अपराध के दीवानी अंजाम’ नामक कार्यक्रम के अवसर पर वर्तमान में बिहार की जेलों में विभिन्न मामलों में अंतिम तौर पर सजा काट रहे लोगों की सूची से संबंधित एक वेबसाइट का उद्घाटन करते हुए नीतीश ने इसे कानून का राज कायम करने की दिशा में उनकी सरकार द्वारा उठाया गया एक और ठोस कदम बताया।
इस सूची में वैसे आरोपी भी शामिल हैं जिन्हें विभिन्न आपराधिक मामलों में निचली अदालत द्वारा सुनायी गयी सजा के विरूद्ध उनके द्वारा उच्च न्यायालय में दायर याचिका को खारिज कर दिया गया है। नीतीश ने कहा कि प्रदेश में लंबित आपराधिक मामलों में त्वरित गति से मुकदमा चलाने की शुरूआत वर्ष 2006 में की गयी थी और उसका व्यापक असर देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि जब वह बिहार में सत्ता में आए थे तो लोगों से यह वादा किया था कि आतंक राज को खत्म कर यहां कानून का राज कायम करेंगे। नीतीश ने कहा कि अब यहां ‘स्पीडी ट्रायल’ के बाद ‘स्पीडी अपील’ की भी पहल की गयी है ताकि किसी भी आपराधिक मामले में दायर कोई भी अपील तंत्र की ओर से कम रुचि लिए जाने के कारण लंबित न रह जाए। उन्होंने कहा कि जिन्हें कानून की जानकारी है उन्हें यह पता है कि हर आपराधिक मामले का दीवानी अंजाम होता है और किसी अपराध के चलते न्यायालयों के द्वारा जो सजा मिलती है तो फिर उसके साथ साथ कुछ दीवानी अंजाम भी जुड़ जाते हैं जिससे सजा पाने वाले के नागरिक अधिकार सीमित कर दिए जाते हैं।
नीतीश ने कहा कि सजायाफ्ता लोगों के बारे में इस तरह की सूची के सार्वजनिक होने से इसका लोगों पर भी प्रभाव पड़ेगा और अपराध की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई अपराध करेगा तो उसे पहले से ही पता होगा कि न केवल अपराध करने का अंजाम केवल जेल की सजा होती है बल्कि सजा काटने के बाद भी उसके नागरिक अधिकार सीमित हो हो जाएंगे।
नीतीश ने कहा कि इससे आखिरकार समाज को फायदा होगा और प्रदेश में कानून का राज कायम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी इस बात की है कि ऐसी पहल मकर संक्रांति के अवसर पर की जा रही है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 15, 2012, 20:16