Last Updated: Wednesday, December 7, 2011, 10:45
पटना : बिहार में सरकार से सहायता प्राप्त वित्त रहित शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों को वेतन भुगतान की मांग को लेकर विधानपरिषद के मुख्य द्वार पर विपक्षी दल के सदस्यों ने बुद्धवार को बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया तथा सदन के भीतर कार्यस्थगन का प्रस्ताव रखा।
विधानमंडल के उच्च सदन में विरोधी दल के नेता गुलाम गौस के नेतृत्व में सदस्यों ने प्रदर्शन किया। सदन के भीतर कार्यवाही शुरू होते ही गौस ने शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं होने और शिक्षा माफिया द्वारा उनके पैसे के गबन का मुद्दा उठाते हुए कार्य स्थगन प्रस्ताव रखा, जिसे सभापति ताराकांत झा ने अस्वीकार कर दिया।
विपक्षी सदस्यों का कहना था कि यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। सरकार ने पहले वित्त रहित संस्थानों के लिए मदद की घोषणा की और बाद उसे 13 अगस्त 2011 के पत्र के माध्यम से निरस्त कर दिया। कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर करने की मांग को लेकर विपक्ष के कई सदस्यों ने शोर शराबा किया।
बाद में सभापति झा ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्री ने उठाए गए विषय को ध्यानपूर्वक सुना है और सरकार इस विषय पर कार्रवाई करेगी। इसके बाद विपक्षी सदस्य शांत हुए और उच्च सदन में प्रश्नकाल शुरू हुआ।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 7, 2011, 20:55