Last Updated: Friday, December 16, 2011, 08:28
प्रमोद राघवन (ज़ी न्यूज ब्यूरो) बैंगलुरू: बैंगलुरू पुलिस ने पिछले तीन दिनों में अभियान चलाकर 300 मासूम बच्चों की जिंदगी को बचाया है। शहर की पुलिस ने कुछ एनजीओ की मदद से मुहिम चलाई और शहर की सड़कों पर भीख मांगने वाले गैंग के चंगुल से जबरन इस धंधे में झोंके गए इन मासूमों को मुक्त करवाया।
चौकाने वाली बात ये है कि इन 300 बच्चों में से करीब 110 बच्चे 9 महीनों से लेकर दो साल तक की उम्र के हैं। इन बच्चों को पहले नशा दिया जाता था ताकि वे भीख मांगने के दौरान दूसरे व्यक्ति की गोद में नींद में रहें और न रो सकें और न ही चिल्ला सकें। बैंगलुरू पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
हालांकि अभी तक इस गैंग का मुखिया पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। पुलिस के मुताबिक ये नेटवर्क पूरे देश मे फैला है और यही गैंग चाइल्ड ट्रैफिकिंग के धंधे में भी लिप्त है। इकसे अलावा, पुलिस का चाइल्ड रेस्क्यू ऑपरेशन शहर के कई हिस्सो मे चलाया जा रहा है। चुनिंदा चौराहों पर पुलिस की स्पेशल टीम सादे कपड़ों में तैनात कर दी गई है, जिनकी नजर भीख मांगने वाली महिलाओं और बच्चों पर होती है।
गौर हो कि देश में पुलिस के पास सालाना करीब साठ हजार बच्चे की मिसिंग रिपोर्ट लिखी जाती है। इनमें से ज्यादातर बच्चे भीख मांगने के धंधे के दौरान ही मिलते हैं। पुलिस की ये मुहिम बच्चों से जुडे कुछ एनजीओ के माध्यम से संभव हो सकी है। कुछ एनजीओ ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि बच्चो से भीख मंगवाई जा रही है और बच्चे लगातार आईसिटी से गायब हो रहे है।
बैंगलुरू के एडीशनल पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार के अनुसार, ये मुहिम लगातार जारी रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन बच्चों को बचाया गया है, उनमें से ज्यादार बच्चे दूसरे राज्यों से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस के मुताबिक अकेले बैंगलुरू शहर में करीब 1100 बच्चे भीख मांगते हैं। पुलिस ने लोगों से भी गुजारिश की है कि बच्चों को किसी चौराहे पर देखें तो जरूर पुलिस को सूचना दें। बैंगलुरू पुलिस को शक है कि चाइल्ड ट्रैफिकिंग का धंधा भी भीख मांगने वाले गैंग के लोग ही करते हैं।
बैंगलुरू पुलिस कमिश्नर ज्योतिप्रकाश मिर्जी के मुताबिक इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और गैंग के मुखिया की तलाश में पुलिस अभियान चला रही है।
कुछ महीने पहले ज़ी न्यूज ने सबसे पहले इस बात को उजागर किया था कि किस तरह बैंगलुरू के चौराहों पर भीख मांगने वाले गैंग उन मासूम बच्चों को नशा देकर किराए पर भीख मागने वाली महिलाओं को दे देते हैं, जिनके माता-पिता दोनों नौकरी करते हैं और बच्चों को किसी आया के भरोसे घर पर छोडकर चले जाते हैं।
First Published: Friday, December 16, 2011, 14:11