Last Updated: Tuesday, July 9, 2013, 14:54
बोधगया : भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली, बिहार के बोधगया शहर में हुए 10 श्रंखलाबद्ध विस्फोटों के दो दिन बाद मंगलवार को महाबोधि मंदिर और आसपास के इलाकों में जनजीवन सामान्य हो गया है। पुलिस अधिकारी एनएच खान ने कहा कि विदेशी नागरिकों सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, बौद्ध भिक्षु, श्रद्धालु और पर्यटक मंगलवार सुबह से यहां सामान्य रूप से दर्शन कर रहे हैं। यहां सबकुछ सामान्य हो गया है। मंदिर परिसर के नजदीक स्थित दुकानें और बाजार फिर से खुल गए हैं।
जिले के एक अधिकारी ने बताया कि बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सहयोग से अधिकारियों ने सोमवार शाम मंदिर दोबारा खुलवाया। 1500 साल पुराने इस मंदिर का द्वार विस्फोटों के बाद आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। स्थानीय निवासी राकेश कुमार ने बताया कि भिक्षुओं और पर्यटकों सहित अन्य लोगों को यहां टहलते एवं सामान खरीदते देखा जा सकता है। वे सड़क किनारे स्थित दुकानों एवं रेस्तरां में नाश्ता और चाय का आनंद ले रहे हैं।
इस बीच एक स्थानीय व्यवसायी हशीमुल हक ने कहा कि हम शांतिप्रिय लोग हैं और विस्फोट के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक दिवसीय बंद से हम बेचैन और परेशान हो गए थे। अब जनजीवन सामान्य हो गया है तथा लोग मुक्तरूप से भ्रमण कर रहे हैं। दो दिन पहले हुए कम तीव्रता वाले विस्फोट के जिम्मेदार लोगों और इसकी वजह का पता अब तक नहीं चल पाया है। इस हमले में दो बौद्ध भिक्षु घायल हो गए थे तथा मंदिर को भी हल्का नुकसान पहुंचा था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस हमले की जांच कर रही है। मंदिर के चारों तरफ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जहां विश्वभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं।
खान ने बताया कि दिन-रात चलने वाली चौकसी के लिए यहां उच्च तकनीक से लैस अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंदिर में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तैनाती किए जाने की बात कही है। महाबोधि मंदिर, यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज स्थल है। बुद्ध ने लगभग 2500 साल पहले यहां ज्ञान की प्राप्ति की थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 9, 2013, 14:54