Last Updated: Monday, April 1, 2013, 21:59

मुंबई : भंडारा जिले के मुरमाडी में तीन नाबालिग बहनों की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या के मामले की जांच में पुलिस की ‘नाकामी’ झेल रही महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जाएगा।
प्रदेश के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने राज्य विधानसभा में यह घोषणा की। गौरतलब है कि 11, आठ और छह साल की तीन लड़कियां 14 फरवरी को अपने घर से लापता हो गई थीं और दो दिन बाद उनके शव एक कुएं में पाए गए थे। शुरुआत में बलात्कार के आरोप लगे लेकिन पुलिस अब तक इस मामले को नहीं सुलझा पाई है।
विपक्ष के नेता एकनाथ खड़से, देवेंद्र फडानविस, नाना पटोले (सभी भाजपा), आशीष जायसवाल (शिवसेना) और अन्य ने पूछा कि शव निकाले जाने 17 घंटों बाद पोस्टमार्टम क्यों किया गया। देवेंद्र ने कहा कि शवों को शवगृह में रखकर सड़ने के लिए छोड़ दिया गया। पाटिल ने कहा कि देरी इसलिए हुई क्योंकि गांववालों द्वारा परिजनों को जांच के लिए भंडारा जिला अस्पताल में जाने नहीं दिया गया। गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस द्वारा उन्हंे विश्वास दिलाने के बाद ही परिवार अस्पताल पहुंचा।
उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि उन्हें अस्पताल जाने से क्यों रोका गया। उन्होंने कहा कि अगर परिवार सरकार से कहता है कि वह जांच से नाखुश है तो मैं इस मामले को सीबीआई को सौंप दूंगा। इस पर खड़से ने कहा कि उनके पास पीड़ितों की मां द्वारा दो मार्च को मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र है जिसमें कहा गया है कि पुलिस इस मामले को सुलझाने में नाकाम रही है और इसे सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इस पत्र को वापस लेने के लिए पीड़ितों की मां पर दबाव बना रही है जिसके कारण यह महिला सुरक्षा की मांग कर रही है। इस पर पाटिल ने घोषणा की कि इस मामले को सीबीआई को सौंपा जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 1, 2013, 21:59