Last Updated: Friday, February 22, 2013, 12:46
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली/भंडारा : महाराष्ट्र के भंडारा जिले में तीन नाबालिग लड़कियों की बलात्कार के बाद हत्या मामले में पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। चिंता की बात यह है कि इतने बड़े मामले में देश भर में इस अपराध के खिलाफ कोई माहौल नहीं बन रहा है।
दिल्ली गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए देश भर में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे लेकिन 11, 9 और 6 साल की इन नाबालिग लड़कियों को न्याय दिलाने के लिए कहीं भी आवाज नहीं उठ रही है। इन तीन नाबालिग लड़कियों से बलात्कार करने के बाद उनकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद नाबालिग लड़कियों के शव को कुंए में फेंक दिया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि ल़ड़कियों की हत्या करने से पहले उनके साथ अप्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाए गए।
इन लड़कियों को न्याय दिलाने के लिए भंडारा के लखनी गांव के समीप स्थानीय लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया है लेकिन कहीं भी बड़े स्तर पर कोई प्रदर्शन नहीं हुआ है।
नाबालिग लड़कियों की मां इस लड़ाई को अकेले ही लड़ रही है। लड़कियों की मां ने सरकार की 10 लाख रुपए मुआवजे की पेशकश ठुकरा दी है। पीड़िताओं की मां की इच्छा है कि इस राशि का इस्तेमाल आरोपियों को पकड़ने में किया जाए।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अब मामले में एफआईआर दर्ज करने और पोस्टमार्टम का आदेश देने में हुई देरी को लेकर महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को नोटिस भेजा है।
केंद्र सरकार भी हरकत में आई है और उसने राज्य सरकार से पूछा है कि अपराध के एक सप्ताह बाद भी अब तक कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने कहा,‘यह राज्य का मामला है लेकिन मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई, इस पर हम राज्य सरकार से एक रिपोर्ट देने के लिए कहेंगे। हम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
First Published: Friday, February 22, 2013, 12:46