Last Updated: Monday, November 7, 2011, 11:52
ज़ी न्यूज ब्यूरो जयपुर : राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी केस में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने सोमवार को अजमेर के आगरा गेट के पास स्थित भंवरी देवी के एक बैंक के लॉकर से 142 सीडी बरामद की है। सीबीआई की टीम ने दिन भर इन सभी सीडी का सर्किट हाउस में परीक्षण किया।
सीबीआई अजमेर के कई अन्य बैंकों में इस तरह की सीडी तलाशने के काम में जुटी है। इसमें कुछ मंत्री, राजनेता व प्रशासनिक अधिकारी भी नजर आ रहे हैं। उनकी पहचान के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण हिम्मत अभिलाष टाक को बुलाया गया। सीबीआई की टीम भंवरी की उस सीडी की तलाश में है, जिसमें नर्स भंवरी देवी और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की कथित आपत्तिजनक दृश्य हैं। इन सीडी में हालांकि आपत्तिजनक सीडी नहीं थी।
मगर, बरामद सीडी में छह मंत्रियों व आईएएस अधिकारियों व अन्य राजनेताओं से रिश्ते उजागर हो सकते हैं। इस मामले में किसी गुर्जर नेता का नाम भी चर्चा में आ रहा है। भंवरी देवी अपहरण मामले में फरार चल रहे पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम विश्नोई की जान को खतरे की भी आशंका है। सूत्रों के अनुसार, जांच प्रभावित करने के लिए सहीराम को रास्ते से हटाने के लिए राज्य के बाहर के किसी शातिर गिरोह को करोड़ों की सुपारी देने की साजिश की सूचना पुलिस व गुप्तचर एजेंसियों को मिली है। इससे सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ सीबीआई के कान खडे हो गए हैं। उसने पुलिस के सहयोग से सहीराम की तलाश तेज कर दी है।
सूत्रों के अनुसार भंवरीदेवी मामले में अब तक गिरफ्तार सोहनलाल विश्नोई, बलदेव उर्फ बलिया जाट व मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन से पूछताछ तथा सबूतों से बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा व विधायक मलखान सिंह विश्नोई संदेह के घेरे में है। सीबीआई की जांच अब सिर्फ फरार पूर्व जिला प्रमुख केलनसर निवासी सहीराम विश्नोई पर अटकी है।
First Published: Tuesday, November 8, 2011, 09:54