Last Updated: Friday, July 27, 2012, 22:01

जोधपुर : राजस्थान के बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा ने भंवरी देवी को शांत कराने के मकसद से 50 लाख रुपए देने से जुड़े प्रस्ताव को लेकर समझौता करने के लिए एक पुलिस अधिकारी की मदद ली थी, हालांकि इस नर्स ने इसे स्वीकार करने मना कर दिया और यही उसकी हत्या की वजह बनी।
भंवरी देवी हत्याकांड मामले की सुनवाई आज भी यहां की एसीजेएम अदालत में जारी रही। इस मौके पर मामले के सभी आरोपी उपस्थित थे। हालांकि मदेरणा यहां मौजूद नहीं थे। वह खराब सेहत का हवाला देकर 26 मई से अदालत की सुनवाई से अनुपस्थित रह रहे हैं।
सीबीआई की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील अशोक जोशी ने कई आरोपियों के बीच बातचीत का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह से मदेरणा और मलखान सिंह बिश्नोई की ओर से मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया गया। जोशी ने अदालत को बताया कि मदेरणा ने बर्खास्त पुलिस अधिकारी लखा राम की इस मामले में मदद ली थी। लखा राम ने मदेरणा और भंवरी के बीच बिचौलिए का काम किया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 27, 2012, 22:01