भाजपा को येदियुरप्पा का अल्टीमेटम - Zee News हिंदी

भाजपा को येदियुरप्पा का अल्टीमेटम



बेंगलूर : आधे विधायकों का समर्थन प्राप्त होने का दावा करने और पार्टी आलाकमान से 48 घंटे के अंदर पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग कर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की ओर से अपना सत्ता संघर्ष तेज करने के साथ ही कर्नाटक की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार संकट में फंस गयी।

 

फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए ताजा प्रयास कर रहे येदियुरप्पा ने कहा, आज 55 विधायक यहां हैं। कल 15 और जुड़ जायेंगे। मुझे विश्वास है कि भाजपा केंद्रीय नेतृत्व इस घटनाक्रम का संज्ञान लेगा और यथासंभव उपयुक्त फैसला करेगा। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास अध्यक्ष समेत 120 विधायक हैं।

 

उन्होंने कहा, 48 घंटे तक इंतजार कीजिए। यह समय सीमा नहीं है। लेकिन मैं सुनिश्चित हूं कि पार्टी नेतृत्व फैसला करेगा। इसी के साथ उन्होंने यह संकेत दिया है कि भाजपा नेतृत्व उनके उत्तराधिकारी डी वी सदानंद गौड़ा को 21 मार्च विधानसभा में अपना पहला बजट पेश करने से पहले ही उन्हें फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नियुक्त करने की उनकी मांग पर कुछ फैसला करना पड़ेगा।

 

येदियुरप्पा यहां अपने निवास पर अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत कर रहे थे।बैठक में येदियुरप्पा के समर्थकों ने पार्टी विधायक दल की बैठक की मांग करते हुए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को एक ज्ञापन सौंपने का फैसला किया। स्वयं ही बजट पेश करने को इच्छुक कर्नाटक भाजपा के इस प्रभावशाली नेता ने अपनी गंवायी कुर्सी फिर से हासिल करने की आस में नयी समयसीमा तय की। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष के एस ईश्वरप्पा ने नेतृत्व परिवर्तन से साफ इनकार किया है।

 

इस संकट के बीच मुख्यमंत्री गौड़ा ने आज बिल्कुल ही सामान्य तरीके से अपना 59 वां जन्मदिन मनाया और घोषणा की कि बजट पेश करेंगे। अपने जन्मदिन पर तुमकुर के सिद्दंगा मठ के शिवकुमार स्वामी का आशीर्वाद लेने पहुंचे गौड़ा ने नेतृत्व परिवर्तन के सवाल को यह कहकर टाल दिया कि यह केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।

 

येदियुरप्पा के शक्ति प्रदर्शन का संज्ञान लेने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले भी कई राजनीतिक संकट देखे हैं । उन्होंने कहा, मैं सुनिश्चित हूं कि मैं मौजूदा राजनीतिक संकट का सफलतापूर्वक सामना करूंगा।  इसी बीच नगर प्रशासन मंत्री भालचंद्र जरकीहोली ने पार्टी में जारी कलह पर आज नाखुशी जतायी और 19 अन्य विधायकों के साथ विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की धमकी दी।

 

उन्होंने कहा, मैं अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने का इच्छुक हूं। कम से 19 और ऐसे विधायक हैं जो इस्तीफा देने को तैयार हैं। पार्टी को बजट के बाद राज्य विधानसभा भंग करने दीजिए। हम येदियुरप्पा की ओर से खड़ी की जा रही समस्याओं को बर्दाश्त नहीं कर सकते।

 

हालांकि जब येदियुरप्पा से भाजपा में कलह के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं है। हम एकजुट हैं। येदियुरप्पा यह दलील दे रहे हैं कि भाजपा नेतृत्व को उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाने के अपने वादे को पूरा करना चाहिए क्योंकि उसने उन्हें आश्वासन दिया था कि यदि उच्च न्यायालय अवैध खनन मामले में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी खारिज कर देता है तो उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन कर दिया जाएगा। आठ मार्च को उच्च न्यायालय ने उन्हें इस मामले में दोषमुक्त कर दिया था।

 

अवैध खनन के मुद्दे पर लोकायुक्त की रिपोर्ट में येदियुरप्पा का नाम आने पर काफी राजनीतिक शोर शराबा हुआ था और केंद्रीय नेतृत्व को उन्हें जुलाई, 2011 में मुख्यमंत्री की कुर्सी से इस्तीफा देने के लिए बाध्य करना पड़ा था।

 

येदियुरप्पा के निकटवर्ती सूत्रों ने बताया कि अपने समर्थकों के साथ बैठक के बार येदियुप्पा उन्हें एक निजी रिसोर्ट में ले गए जहां वे दो दिन तक ठहरे रह सकते हैं और अपनी मांग पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के जवाब का इंतजार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उन्हें फिर से आसीन करने के लिए येदियुरप्पा ने पार्टी आलाकमान के लिए तीसरी बार समय सीमा तय की है। इससे पहले उन्होंने 14 जनवरी तथा 27 फरवरी तक की समय सीमा तय की थी जिसे भाजपा ने नजरअंदाज कर दिया था।

 

येदियुरप्पा ने आशा जतायी कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया जाता है तो वह कर्नाटक को विकास के मामले में देश में पहले नंबर पर ले आयेंगे। उन्होंने कहा, अगले एक साल में ही मैं कर्नाटक को नंबर वन राज्य बना सकता हूं। आज की बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टर की मौजूदगी के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शेट्टर विभिन्न कारणों से दूसरे गुट में थे लेकिन आज वह भी हमारे साथ हैं। पिछले साल अगस्त में भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव में शेट्टर हार गए थे। बताया जाता है कि गौड़ा के कामकाज के तरीके से नाखुश हैं और वह येदियुरप्पा गुट में शामिल हो गए हैं। उन्होंने 11 मार्च को येदियुरप्पा का जन्मदिन धूमधाम से मनाने में भी अहम भूमिका निभाई थी।

 

जब भाजपा ने कर्नाटक के विधायकों, सांसदों और मंत्रियों के लिए 24 फरवरी को चिंतन बैठक आयोजित किया था तब येदियुरप्पा ने पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के समक्ष अपने समर्थक विधायकों की परेड कराने की योजना बनाई थी लेकिन पार्टी अध्यक्ष की चेतावनी के बाद उन्हें अपनी यह योजना टालनी पड़ी।
उच्च न्यायालय से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले निरस्त करने के बाद येदियुरप्पा ने उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाये जाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव बढ़ा दिया है लेकिन इसी बीच उच्चतम न्यायालय द्वारा निुयक्त केंद्रीय उच्चाधिकार समिति ने अवैध खनन की जांच के सिलसिले में उन्हें उसके समक्ष पेश होने का कल समन दिया जो उनके लिए एक बहुत बड़ा झटका है।  (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 18, 2012, 23:26

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