Last Updated: Monday, June 10, 2013, 12:27
मथुरा : यमुना की रक्षा का संकल्प लेने के बाद मथुरा के मुस्लिम समाज के लोगों ने अब गौरक्षा का भी संकल्प लिया है। यमुना रक्षक दल के आह्वान पर मुस्लिम समाज के लोगों ने विश्वास दिलाया कि ब्रज में वैसे भी कोई मुसलमान गौकशी को बढ़ावा नहीं देता, और अब जब पूरा समाज गायों की रक्षा के लिए एकजुट हो रहा है तो मुस्लिम भी इसमें पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने मथुरा सहित ब्रज में गौकशी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का संकल्प लिया।
अभियान के प्रेरणास्रोत बरसाना के मान मंदिर सेवा संस्थान के संत रमेश बाबा ने रविवार को इस्लामिया इण्टर कॉलेज में आहूत जनसभा में सैकड़ों हिन्दू-मुस्लिमों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में तो मुगल काल में भी गौकशी नहीं हुई।
उन्होंने इस संबंध में तत्कालीन बादशाह अकबर की ओर से जारी एक फरमान का उल्लेख करते हुए कहा कि उसने अपने राज्य में गौकशी पर स्पष्ट प्रतिबंध लगा रखा था, किंतु अंग्रेजों ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ (खेती) को नुकसान पहुंचाने की गरज से जगह-जगह गौकशी के कत्लगाह खुलवा दिए। इस प्रकार अंग्रेजों ने भारतीय समाज का दुतरफा नुकसान किया और हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को छिन्न-भिन्न करने का कार्य किया।
गौरतलब है कि रमेश बाबा पिछले एक दशक से अधिक समय से ‘माताजी गौशाला’ नाम की गौशाला का संचालन कर रहे हैं जिसमें ब्रज चौरासी कोस क्षेत्र की पांच हजार से अधिक बेसहारा, अशक्त, बीमार एवं लाचार गायों का भरण पोषण किया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 10, 2013, 12:27