Last Updated: Tuesday, July 10, 2012, 12:32
भोपाल : मध्यप्रदेश में हासिल की गई 12 प्रतिशत विकास दर के लिए विद्युत क्षेत्र के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था को गतिमान बनाने के लिए 24 घंटे विद्युत आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने यहां प्रशासन अकादमी में उर्जा विभाग के मैदानी अधिकारियों की कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिये राज्य सरकार ने 10 हजार करोड रुपये खर्च किये हैं। इसका लाभ आम उपभोक्ताओं को मिले, विद्युत आपूर्ति में सुधार हो तथा वितरण हानि कम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस वर्ष कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस बार विद्युत आपूर्ति के संबंध में किसानों की संतुष्टि का स्तर भी अच्छा था। उन्होंने कहा कि विकास के लिए विद्युत जरुरी है। फीडर सेपरेशन के कार्य में तेजी लायें तथा इसे निर्धारित समय-सीमा में पूरा करें यह राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का काम है।
उन्होंने कहा कि मार्च 2013 तक सभी जिलों में फीडर सेपरेशन के कार्य को पूरा करने के हरसंभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति का असर फसलों के उत्पादन पर भी होता है। यदि कहीं ट्रांसफार्मर खराब होते हैं तो उन्हें तुरंत बदलने की योजना बनाएं। राज्य सरकार की ओर से धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 10, 2012, 12:32