मध्यप्रदेश में कानून का राज खत्म : कांग्रेस

मध्यप्रदेश में कानून का राज खत्म : कांग्रेस

भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने राज्य में कानून का राज खत्म होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि राज्य में पुलिस निर्दोष व्यक्ति को पीट-पीटकर मार देती है और फिर उसका शव पेड़ से लटकाकर उसे आत्महत्या करार दे देती है तो खनिज निरीक्षक को खनिज माफिया मार देते हैं।

कांग्रेस के नेता अजय सिंह ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि राज्य में जंगल राज कायम हो गया है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नियंत्रण शासन-प्रशासन से समाप्त हो गया है, जिसका प्रमाण शिवपुरी और उज्जैन की घटना है। शिवपुरी में पुलिस ने पीट-पीटकर एक निर्दोष युवक को न केवल मार डाला, बल्कि झूठी कहानी गढ़कर उसका शव पेड़ से लटका कर उसे आत्महत्या करार दे दिया। इसी तरह उज्जैन में एक खनिज निरीक्षक को खनिज माफिया ने मार डाला। इन दोनों घटनाओं से स्पष्ट है कि राज्य में कानून का राज समाप्त हो गया है।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश अपराध और भ्रष्टाचार का प्रदेश बन गया है, जहां इस क्षेत्र में हर दिन नई मिसाल कायम हो रही है। पुलिस दतिया में दो महीने पहले हुए एक अपहरण के संदेह में गोपाल नामक युवक को गिरफ्तार करने गई थी। युवक के नहीं मिलने पर पुलिस ने उसके छोटे भाई नेतराम को गिरफ्तार कर लिया। नौ दिन तक पुलिस ने बगैर गिरफ्तारी दर्शाए नेतराम को हिरासत में रखा। पुलिस की मारपीट से उसकी मौत हो गई। बाद में पुलिस ने उसका शव जंगल में फांसी पर लटकाकर उसे आत्महत्या बता दिया।

कांग्रेस नेता ने कहा कि नेतराम का दतिया में चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया, जिसमें उसके शरीर पर किसी तरह की चोट नहीं बताई गई। बाद में मृतक के परिजन पुलिस की नजर से बचकर किसी तरह एक जीप में शव लेकर ग्वालियर पहुंचे और उसका दोबारा पोस्टमार्टम कराया, जिसमें नेतराम के शरीर में 20 से अधिक चोटों के निशान पाए गए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने दलित युवक नेतराम की पुलिस की पिटाई से हुई मौत की जांच के लिए कांग्रेस के तीन विधायकों- प्रद्युम्न सिंह तोमर, के. पी. सिंह एवं इमरती देवी की समिति बनाई है। विधायकों से तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 3, 2013, 13:01

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