Last Updated: Saturday, June 29, 2013, 23:47

उडुपी (कर्नाटक) : केरल महिला आयोग की प्रमुख के सी रोसाकुट्टी ने शनिवार को कहा कि मनिपाल के समीप एक हफ्ते पहले अपहरण के बाद बलात्कार का दंश झेलने वाली केरल की 22 साल की मेडिकल छात्रा ‘सदमे में है’ और इस घटना के बारे में अभी बोलने की स्थिति में नहीं है।
रोसाकुट्टी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीड़िता और उसका परिवार उनसे एव दो अन्य सदस्यों.वकील रूबीना राशिद एवं डा. तुलसी से मिलने को अनिच्छुक थे। ‘पीड़िता सदमे की स्थिति में और वह हम से मिलने को इच्छुक नहीं हैं।’ उन्होंने बताया कि डाक्टरों के अनुसार पीड़िता को अगले तीन दिनों में अस्पताल से छुट्टी मिल जायेगी।
रोसाकुट्टी ने बताया कि यह दल पीड़िता और उसके परिजन को न्याय दिलाने के लिए केरल सरकार की मदद के मकसद से आया है। उन्होंने कहा कि वह केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी को अपने निष्कर्षों के बारे में एक रिपोर्ट सौंपेंगी।
केरल महिला आयोग की प्रमुख ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक (पश्चिमी रेंज) प्रताप रेड्डी से मुलाकात की और मामले पर गौर किया। ‘रेड्डी ने पीड़िता द्वारा पुलिस से बातचीत करने में अनिच्छा पर चिंता जतायी। इससे साबित होता है कि तीनों आरोपियों ने अपराध किया। मुझे उम्मीद है कि लड़की बोलेगी लेकिन फिलहाल वह संभवत: मानसिक अवसाद के कारण नहीं बोल रही है।’
बहरहाल उन्होंने यह कहा कि वह आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की जांच से संतुष्ट हैं।
बीस जून की रात को आटोरिक्शा पर तीन लोगों ने लड़की का अपहरण कर उससे बलात्कार किया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से दो आरोपियों ने आत्महत्या का प्रयास किया और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
जिला अदालत ने अन्य आरोपी हरिप्रसाद पुजारी को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 29, 2013, 23:47