Last Updated: Wednesday, March 28, 2012, 08:32
इंदौर : मध्यप्रदेश में करोड़पति सरकारी कारिंदों की सूची में इजाफे का सिलसिला जारी है। पुलिस के लोकायुक्त दस्ते ने इंदौर जिले में पदस्थ एक पटवारी के ठिकानों पर बुधवार को छापे मारे और उसकी बेहिसाब संपत्ति का खुलासा किया। इस संपत्ति का मूल्य करीब ढाई करोड़ रुपये आंका जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक (लोकायुक्त) वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के मांगलिया में पदस्थ पटवारी लक्ष्मीनारायण यादव के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार से बेहिसाब दौलत बनाने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर उनके दो ठिकानों पर छापे मारे गये। उन्होंने बताया कि हमें अब तक पता चला है कि यादव करीब ढाई करोड़ रुपये के मूल्य वाली चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं। यह संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों के लिहाज से कहीं ज्यादा है। सिंह के मुताबिक यादव पिछले 28 साल से सरकारी सेवा में हैं। उनका मौजूदा मासिक वेतन कोई 16,000 रुपये है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छापों के दौरान पटवारी की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा हुआ। इसमें दो मकान, 29 बीघा कृषि भूमि, दो डम्पर, एक अर्थमूविंग :जेसीबी: मशीन, दो चारपहिया वाहन और दो दोपहिया गाड़ियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि छापों में पता चला कि यादव ने बीमा पॉलिसियों में करीब 80 हजार रुपये का निवेश किया है, जबकि उनके बैंक खातों में लगभग साढ़े चार लाख रुपये जमा हैं। सिंह ने बताया कि पटवारी के ठिकानों से करीब साढ़े सात लाख रुपये के सोने.चांदी के जेवरात मिले, जबकि उसके जुटाये घरेलू सामान की कीमत तकरीबन 16 लाख रुपये है। यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनकी संपत्ति का विस्तृत मूल्यांकन जारी है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 28, 2012, 14:02