Last Updated: Sunday, May 5, 2013, 22:55

भोपाल : केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार में डूबी सरकार बताते हुए कहा है कि यहां आम आदमी अब भ्रष्टाचार से परेशान हो चुका है तथा इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में इसे उखाड़ फेंकेगा।
एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए सिब्बल ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘आम लोग ‘एलओसी’ को ‘लाइन ऑफ कंट्रोल’ कहते हैं, लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए वह ‘लेबॉरेटरी ऑफ करप्शन’ कहना चाहते हैं’। इस सरकार को उन्होने ‘सीएमई’ यानी ‘करप्शन मेड ईजी’ और ‘सी-2’ यानी ‘करप्शन और क्राईम’ की सरकार के बतौर भी संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि यहां कौन सा ऐसा अधिकारी है, जो भ्रष्ट नहीं है। भ्रष्टाचार के आरोप में कई कलेक्टर यहां से हटाए गए हैं। एक आईएएस दम्पति के पास से तो करोड़ों रुपये मिले। यह प्रदेश अब बलात्कार एवं महिलाओं के प्रति अपराधों में भी अव्वल नंबर पर गिना जाता है और इसके अधिकृत आंकड़े हैं।
सिब्बल ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) में यहां 53 लाख झूठे जॉब कार्ड बने, इससे जनता के खजाने को कितना बड़ा नुकसान हुआ। इस प्रदेश से सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के सामने जब अपनी पार्टी की राज्य सरकार के मामले आते हैं, तो वह हमेशा आंखें मूंद लेती हैं। भाजपा शासित इस प्रदेश में कुपोषण के मामलों में दस प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और यह प्रदेश ‘रिवर्स डेवलमेंट’ कर रहा है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 5, 2013, 22:55