Last Updated: Saturday, February 25, 2012, 13:04
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 28 फरवरी को प्रस्तावित आम हड़ताल को लेकर शनिवार को कांग्रेस का नाम लिए बिना एक तरह से प्रदेश में पार्टी के एक तबके पर कटाक्ष किया।
ममता ने साल्ट लेक स्टेडियम में असंगठित मजूदरों की सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने देखा है कि कुछ लोग तुच्छ से मामले पर शोर शराबा कर रहे हैं। वे नहीं चाहते कि जनता शांति से रहे। इन लोगों के लिए माकपा सरकार के दौरान दिन अच्छे थे।’ पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस समिति और इंटक के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने शुक्रवार को कहा था कि वह 28 फरवरी को आम हड़ताल का समर्थन नहीं करेंगे बल्कि आद्योगिक हड़ताल का समर्थन करेंगे।
ममता ने कहा, ‘कुछ लोग हैं जो पिछले 35 साल से माकपा के एजेंट थे हम उन्हें और प्रोत्साहित नहीं करेंगे।’ जो लोगों को भड़काएंगे उन्हें साजिश रचने वाला समझा जाएगा। जो साजिशकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हैं, वे खुद भी षड्यंत्रकारी होते हैं। ये लोग माकपा सरकार के दौरान शांत थे।’
ममता ने कहा, ‘ये वे लोग हैं जिन्होंने सिंगूर, नंदीग्राम और नेताई में भूमि अधिग्रहण को लेकर हुए अत्याचार के दौरान आंखें मूंदें रखीं। हम किसी को माकपा का ढिंढोरा और नहीं पीटने देंगे। हम मां, माटी और मानुष की आवाज उठाएंगे।’ बर्दवान में दो माकपा नेताओं की मौत का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम गांवों में फिर से कब्जा करने की राजनीति नहीं होने देंगे।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 25, 2012, 18:35