ममता ने निगरानी प्रणाली पर उठाया सवाल

ममता ने निगरानी प्रणाली पर उठाया सवाल

ममता ने निगरानी प्रणाली पर उठाया सवालकोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार की केंद्रीय निगरानी प्रणाली (सीएमएस) से आम जनता की निजता को खतरा है। ममता ने सीएमएस पर मीडिया में आई एक रपट के हवाले से अपने फेसबुक खाते पर लिखा कि संप्रग-2 सरकार सी-डॉट के साथ एक केंद्रीय निगरानी प्रणाली तैयार कर रही है, जिसके तहत सरकार और उसकी एजेंसियों की किसी भी फोन पर होने वाली बातचीत, भेजे गए एसएमएस, फैक्स, किसी वेबसाइट का उपयोग करने तथा किसी भी सोशल मीडिया पर की गई किसी भी गतिविधि तक बिना किसी बाधा के पहुंच आसान हो जाएगी।

उन्होंने आगे कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की क्षमता सर्वाधिक विवादित प्रिज्म परियोजना की भांति ही घातक होगी। हमारे देश के नागरिकों की निजता जल्द ही संप्रग सरकार के हाथ में होगी।

ममता ने बताया कि केंद्र सरकार की योजना इस प्रणाली को अगले वर्ष मार्च तक 12 राज्यों में लागू करने की है और उन्होंने इस प्रणाली को लागू करने के पीछे केंद्र सरकारी की मंशा पर सवालिया निशान लगाए।

ममता ने कहा कि संप्रग सरकार फोन के जरिए होने वाले हर तरह के संदेशों के आदान-प्रदान पर निगरानी रखने वाली एवं निरीक्षण करने वाली निरंकुश प्रणाली को क्यों विकसित करना चाहती है?

उन्होंने आगे कहा कि क्या यह विपक्षी दलों एवं राजनीतिज्ञों के चुप रहने के लिए निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है? निगरानी के लक्ष्य का निर्धारण कौन करेगा?

सीएमस प्रणाली को कठोर बताते हुए ममता ने केंद्र सरकार पर बिना राजनीतिक दलों से विचार- विमर्श किए या संसद में सीएमएस प्रणाली पर चर्चा किए बगैर अनुचित कार्य करने का आरोप लगाया। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 2, 2013, 22:40

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